कलयुगी बेटों और बहू ने वृद्धा को पीटा मौत
ग्वालियर- छोटी बहू को पिटने से बचाने आई वृद्धा पर उसके ही कलयुगी बेटों और बहू ने लकडी के पटे से हमला कर दिया। 2 दिन पहले नाका चंद्रवदनी इलाके में हुई घटना में घायल वृद्धा ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। खासबात ये है कि झांसी रोड पुलिस ने दो कलयुगी बेटों को गिरफ्तार भी कर लिया था लेकिन एसआई अरविंद तोमर ने बिना थाना प्रभारी की अनुमति लिये उन्हें जमानत पर छोड़ दिया जबकि डाॅक्टरों ने साफ कर दिया था कि महिला की हालत बेहद चिंताजनक है पता चला है कि नाका चंद्रवदनी के पास रहने वाली गिरिजा परमार के घर बोरिंग की चाबी को लेकर सोमवार की रात झगड़ा हो रहा था। बड़ा बेटा महावीर उसकी बीवी नीतू और रामकृपाल ने छोटी बहू सुरभि पर बोरिंग की चाबी न देने का आरोप लगाते हुए हमला कर दिया था। बहू को पिटता देख गिरिजा उसे बचाने पहुंची तो इन लोगों ने उस पर भी पटे से हमला कर दिया। घायल गिरिजा को अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां मंगलवार रात उनकी मौत हो गई।
सुबह झांसी रोड थाने के एसआई अरविंद तोमर ने महावीर व रामकृपाल को पकड़ने के बाद भी जमानत पर छोड़ दिया, जबकि उन्हें यह पता था कि गिरिजा की हालत नाजुक हैं। झांसी रोड थाना पुलिस ने बताया, मंगलवार रात करीब 8 बजे श्याम परमार की पत्नी सुरभि के साथ श्याम के भाई महावीर, रामकृपाल व महावीर की पत्नी नीतू ने मारपीट शुरू कर दी। सुरभि से यह लोग साइंस काॅलेज स्थित बोरिंग की चाबी मांग रहे थे और सुरभि का कहना था कि पति के पास चाबी है, वे आ जाएंगे तो मिल जाएगी। इसके बाद भी तीनों नहीं माने और पिटाई करने लगे। यह देख गिरिजा और उनकी बेटी रेखा वहां आई और बीचबचाव करने लगीं। महावीर, रामकृपाल और नीतू नहीं माने और गिरजा पर पटे से हमला कर दिया। पेट में मुंदी चोटें व सिर में चोट लग गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और गिरिजा को अस्पताल भिजवाया। पुलिस ने महावीर, रामकृपाल व नीतू पर मारपीट का मामला दर्ज कर महावीर और रामकृपाल को गिरफ्तार कर लिया। सुबह एसआई अरविंद तोमर ने दोनों को जमानत पर छोड़ दिया।