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बेरूत में अभी तक 130 की मौत 5 हजार घायल,2 लाख बेघर,

  • बेरूत में अभी तक 130 की मौत 5 हजार घायल,2 लाख बेघर

  • अमोनियम नाइट्रेट के स्टोर में हुआ था विस्फोट,

बेरूत – लेबनान देश की राजधानी बेरूत में हुए विस्फोट में अभी तक 130 लोगों की दर्दनाक मौत हो चुकी हैं और 5 हजार से ज्यादा लोग घायल है जिनमें कई की हालत गंभीर है जिससे और लोगों की मौत की संभावना बनी हुई हैं। इस हादसे में करीब दो लाख लोग बेघर भी हो गये हैं।

बेरूत के समुद्री बंदरगाह के पास बने एक सरकारी भंडार गृह में करीब 2.750 टन अमोनियम नाईट्रेट केमिकल स्टोर करके रखा गया था जो यहां पिछले 6 साल से यहां संग्रहित था इसी में यह भीषण विस्फोट मंगलवार की शाम 6 बजे हुआ एटम बम जैसा यह धमाका इतना तीखा और प्रभावी था कि 10 किलोमीटर इलाके में जलजला आ गया उंसके कोहराम में इमारतें धराशाई हो गई।

चीख पुकार मच गई इस धमाके की आवाज 240 किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। एक तरह से बेरूत शहर में भूकंप जैसी स्थिति व्याप्त हो गई जिसकी रिक्टर पैमाने पर तीव्रता लगभग 4 के आसपास होगी और बेरूत शहर कब्रिस्तान में तब्दील हो गया।

इस तीव्रता वाले विस्फोट में अभी तक 130 लोगों की मौत हो गई है और 5 हजार से ज्यादा लोग घायल है  जिनका इलाज स्थानीय और आसपास के अस्पतालों में चल रहा है।जिसमें कई गंभीर स्थिति में है जिससे मौतों का आंकड़ा बढ़ सकता हैं इस हादसे में 2 लाख लोगों के बेघर हो गये है बेरूत प्रशासन उन्हें राहत केम्पों में शरण दे रहा है।

लेकिन इस दर्दनाक हादसे से बेरूत के उस प्रशासन की घोर लापरवाही सामने आई है जिसपर इस गोडाउन और इस केमिकल की सुरक्षा की जिम्मेदारी थी कि उसने 6 साल तक इस अमोनियम नाइट्रेट को संग्रह करके क्यों रखा इसका डिस्पोजल क्यों नही किया गया जबकि केमीकल विशेषग्यो के मुताबिक सोडियम नाइट्रेट एक उत्प्रेरक है जब यह किसी डिटोनेटर में मिलाया जाता है।

तब यह विस्फोट करने की स्थिति में आता हैं फिर यह धमाका कैसे हुआ जबकि गोदाम में केवल सोडियम नाइट्रेट ही था और इसका कोई केमीकल रियेक्शन ही नही हुआ था। इससे इस घटना में कोई साजिश भी नजर आती हैं। जो लेबनान सरकार और वहां की पुलिस की तफ्तीश और खोज का विषय जरूर है।

जबकि अमेरिका ने लेबनान की मदद करने का भरोसा दिया तो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस विस्फोट को हमला करार दिया जो इस घटना की गंभीरता को परिलक्षित करता हैं।

जबकि लेबनान के राष्ट्रपति इस घटना को लेकर काफी चिंतित हैं और उन्होंने इस हादसे की जड़ में जाकर सच सामने लाने की बात कही हैं फिलहाल उनपर अपने देशवासियों को सुरक्षित करने के साथ इस घटना से प्रभावित लोगों के जख्मों पर मरहम लगाने की बड़ी जिम्मेदारी भी हैं।

 

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