- दिल्ली में दमघोटू प्रदूषण, आँड ईवन फ़ार्मूला 5 दिन के लिये लागू,
- आसपास भी स्थिति खराब कहा केजरीवाल ने
नई दिल्ली – एक तरफ़ दिल्ली में स्माँग ने दमघोटू माहौल उत्पन्न कर लोगों का जीना मुहाल कर दिया है तो नई दिल्ली की सरकार ने 13 नवम्बर से पाँच दिन के लिये आँड – ईवन योजना लागू करने का निर्णय लिया है वहीं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कहना है कि बड़ते प्रदूषण के लिये अकेली दिल्ली ही दोषी नही है इस स्माँग अटेक के लिये दिल्ली से लगे राज्य ज्यादा जिम्मेदार हैं।
नई दिल्ली की सरकार ने आज केबीनेट की बैठक में महत्वपूर्ण फ़ैसला लिया हैं जिसमें 13 नवम्बर से 5 दिन तक दिल्ली में आँड ईवन फ़ार्मूला लागू किया गया है जिसके तहत 13 – 15 – 17 नवम्बर को आँड नम्बर वाहन और 14 और 16 नवम्बर ईवन नम्बर के वाहन ही सड़कों पर चलाये जा सकेंगे । यह नियम टेक्सी, आँटो और बस भी लागू होगा।
इधर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कहना है कि दिल्ली के आसपास भी स्थिति खराब है स्माँग के लिये अकेले दिल्ली को ही दोषी बताना गलत होगा उन्होंने कहा कि एनसीआर सहित दिल्ली से लगे अन्य राज्यों का प्रदूषण भी दिल्ली को प्रभावित करता है जिसपर भी ध्यान देने की जरूरत हैं।
खेतों की पराली को लेकर काफ़ी शोर हो रहा है कहना हैं और कि हरियाणा ,पंजाब और उत्तर प्रदेश में फ़सल कटने के बाद बचे डुन्डो यानि पराली को खेतों में ही जला दिया जाता है जिससे उठा धुंआ फ़ैल जाता है और भारी प्रदूषण वातावरण में घोल देता है और यही कोहरे के साथ मिलकर दमघोटू स्माँग बनाता है परन्तु जानकारों का कहना है कि पराली ही स्माँग के लिये दोषी नही है बल्कि वाहनों और फ़ैक्ट्रियों का गहरा काला धुंआ, सड़कों पर उड़ती धूला मिट्टी ,कचरा कूड़ा भी भारी तादाद में वातावरण की हवा में प्रदूषण घोल देते है जिससे स्माँग की स्थिति बन जाती है । इसलिये पराली के साथ इनको भी रोकने पर कारगर पहल जरूरी हैं । वही महत्वपूर्ण पहलू है कि बदलते मौसम में यानि अक्टूबर माह जब सर्दी की शुरूआत होती हैं तभी यह स्थिति निर्मित हो जाती हैं। क्योंकि उस दौरान मोसम भारी हो जाता है और यह प्रदूषित पार्टिकल्स और गैसे ऊपर ना जाकर नीचे ही इकट्ठा हो जाती है ।और दमघोटू वातावरण बन जाता हैं।