देवास / देवास में बिजली के शॉर्ट सर्किट से तीन मंजिला घर में लगी आग ने दो बच्चों सहित 4 लोगों की जान ले ली। सवाल उठता है इनकी मौत कैसे हुई आग में दम घुटने से या गैस से कैसे हुई मौत? इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही होगा। जबकि मृतक के भाई का कहना है आग लगी नहीं लगाई गई है।
देवास शहर के नयापुरा चौक स्थित तीन मंजिला मकान में सुबह तड़के साढ़े चार बाहर एकाएक नीचे की स्टोरी से आग शुरू हुई जिसने देखते देखते पूरी इमारत को अपनी आगोश में ले लिया। बताया जाता है नीचे के हिस्से में बिजली में शॉर्ट सर्किट हुआ और तीन फ्रिज के कंप्रेशर फट गए और आग लगी जिसमें वहां रखें गैस सिलेंडर में विस्फोट हुआ और कुछ क्षणों में ही पूरा मकान आग की लपटों से घिर गया। इस हादसे में तीसरी मंजिल पर रहने वाले दिनेश कारपेंटर (36 साल), उनकी पत्नी गायत्री (31 साल) उनकी बेटी इशिका (10 साल) और उनके बेटे चिराग (7 साल) चारो की मौत हो गई। दिनेश मूल रूप से ग्राम बीजेपुर विजयागंजमंडी का रहने वाला था और तीसरी मंजिल पर परिवार के साथ रहता था और नीचे बड़े भाई के साथ दूध डेयरी की दुकान चलाता था।
देवास शहर के नयापुरा चौक स्थित तीन मंजिला मकान में सुबह तड़के करीब चार साढ़े चार बजे एकाएक नीचे की स्टोरी से आग लगना शुरू हुई जिसने देखते देखते पूरी इमारत को अपनी आगोश में ले लिया। बताया जाता है नीचे के हिस्से में बिजली में शॉर्ट सर्किट हुआ और तीन फ्रिज के कंप्रेशर फट गए और आग लगी जिसमें वहां रखें गैस सिलेंडर में विस्फोट हुआ और कुछ क्षणों में ही पूरा मकान आग की लपटों से घिर गया। इस हादसे में तीसरी मंजिल पर रहने वाले दिनेश कारपेंटर (36 साल), उनकी पत्नी गायत्री (31 साल) उनकी बेटी इशिका (10 साल) और बेटा चिराग (7 साल) की मौत हो गई। दिनेश मूल रूप से ग्राम बीजेपुर विजयागंजमंडी का रहने वाला था और तीसरी मंजिल पर परिवार के साथ रहता था और नीचे दूध डेयरी की दुकान का संचालन करता था।
इधर मृतक दिनेश के बड़े भाई मुकेश कारपेंटर ने एक मिल्क मेन में गंभीर आरोप लगाए उन्होंने बताया कि कुछ महीनों से एक मिल्क मेन से हमारा विवाद चल रहा था हम उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने पुलिस थाने भी गए थे लेकिन उसने हमारे हाथ पैर जोड़कर मना लिया था। उन्होंने साफ कहा यह आग लगी नहीं है लगाई गई है इस मामले की गहन जांच होना चाहिए उनके मुताबिक 10 – 15 दिन पहले भी मोहल्ले में आग लग चुकी है। उन्होंने आरोप लगाया कि मैं 1 बजे भाई को छोड़कर अपने घर आया फिर 2 घंटे बाद ऐसा क्या हुआ? उनका कहना है यह आग लगी नहीं किसी ने लगाई है।
इनकी डेयरी के पड़ोस में राकेश गोयल की किराने की दुकान है उन्होंने बताया रात मेरे पास एक परिचित का फोन आया कि तुम्हारी दुकान के पास आग लग गई है मै भागा भागा जा रहा था तो पहले मोहल्ले में फायर ब्रिगेड खड़ी थी मैं आगे बढ़ गया नयापुरा पहुंचा तो मैने देखा दिनेश की दुकान में भीषण आग लगी हुई है चार साढ़े चार का वक्त होगा जब तक और लोग भी आ गए उन्होंने हटाया दुकान में विस्फोट भी हुआ था मेने एक व्यक्ति को भेजकर फायर ब्रिगेड बुलवाई मेरे पूछने पर उन्होंने बताया हमें जगह सही नहीं पता थी। तब जाकर आग बुझाने की कार्यवाही शुरू हुई। उनका कहना था यह आग 3 बजे के बाद लगी होगी।
उन्होंने बताया बड़े भाई मुकेश कारपेंटर दिनेश के दोनों बच्चों से बेहद प्यार करते थे बच्चे भी उन्हें बहुत चाहते थे रात के वक्त दोनों बच्चे उन्हीं के यहां रहते थे शनिवार को स्कूल बच्चों को महाकाल ट्रिप पर ले जा रहा था चूंकि स्कूल बस नयापुरा से होकर जाने वाली थी इसलिए बच्चे अपने पिता के घर आ गए थे लेकिन अचानक प्रिंसीपल ने यह कार्यक्रम कैंसिल कर दिया तो दोनों यही रुक गए और शनिवार की रात यह हादसा हो गया और अपने माता पिता के साथ दोनों बच्चें भी चल बसे।
इधर जिला अस्पताल के आरएमओ डॉ. अजय पटेल का कहना है पति पत्नी और दोनों बच्चों की मौत प्रथम दृष्टया दम घुटने से प्रतीत होती है रेफ्रिजरेटर या गैस सिलेंडर जब भी फटते है तो तो उससे निकलने वाली गैस से लोगो का दम घुट जाता है। बताया जाता है चारों के शव पुलिस को इस स्थिति में मिले जिस स्थिति के वह सोए थे वह अपने बिस्तर पर हिल भी नही सके। संभवतः रेफ्रिजरेटर फटने से गैस ऊपर के कमरे में पहुंची और चारों का दम घुट गया।
नाहर दरवाजा पुलिस थाने की टीआई मंजू यादव ने बताया की इस हादसे में चार लोगों की मौत हुई है मामला दर्ज कर लिया है मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के बाद उनके ग्रहगांव भेजा है रविवार को इनका अंतिम संस्कार किया गया।उन्होंने बताया आग सुबह साढ़े चार बजे के करीब लगी थी ऊपर जाने और उतरने के लिए सीढ़ियों के अलावा कोई और रास्ता नहीं था डेयरी की दुकान में चार गैस सिलेंडर की टंकी, तीन रेफ्रिजरेटर समेत अन्य इलेक्ट्रॉनिक यंत्र रखे थे बह सभी जल गए। मौत के कारणों का सही पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही चल सकेगा।