- अक्षय ऊर्जा के एलईडी बल्ब की बिक्री से दुकान संचालक परेशान,
- दो महिने से बंद है सप्लाई, गारंटी पीरियड के खराब बल्ब नहीं हो पा रहे रिप्लेस
ग्वालियर – 91 फीसदी कम बिजली खपत होने का दावा करने के साथ ही उजाला एलईडी बल्ब वितरण योजना सरकार ने शुरू की थी। लेकिन बल्ब बेचने का काम करने वाले दुकानदार अब इससे तंग आ गए हैं।
दुकानदारों पिछले 2 महीने से सरकार के अक्षय ऊर्जा विभाग में खराब हुए एलईडी बल्ब को लेकर कई बार गुहार लगाई, लेकिन उन्हें बल्ब की सप्लाई नहीं हो रही है। हालात यह हैं कि दुकानदार और ग्राहकों में झगड़े की नौबत आ रही है। ग्वालियर के इंदरगंज इलाके में स्थित अक्षय ऊर्जा शॉप के मालिक ने इसी झगड़े के चलते 5 दिन बाद मंगलवार को दुकान खोली। उनका कहना है कि 3 साल की गारंटी के साथ इन बल्बों को ग्राहकों को बेचा गया था। लेकिन कुछ बल्ब खराब हो गए जिन्हें बदलने के लिए ग्राहकों के आने का सिलसिला शुरू हो गया।
लेकिन सरकार की ओर से बल्ब की सप्लाई नहीं की गई जिससे उनके गोदाम में अब तक 60 हजार से ज्यादा एलईडी बल्ब इकट्ठा हो चुके हैं। एलईडी बल्ब खरीदते समय ग्राहकों को 3 साल की गारंटी का बिल भी दिया जाता है। इन बल्बों को सूर्या, फिलिप्स, क्राम्पटन सहित आधा दर्जन कंपनियां बना रही है। करीब 70 रूपए में मिलने वाले इन एलईडी बल्ब को लेकर अक्षय ऊर्जा विभाग के अफसर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। पता यह चला है कि सरकारी सप्लाई के लिए ये कंपनियां जो बल्ब बना रही है उनमें घटिया क्वालिटी के कंपोनेंट इस्तेमाल किए जा रहे है। जिससे ये बल्ब जल्द खराब हो रहे है। वहीं कंपनियों के खुद के बल्ब जिनकी कीमत करीब 90 रूपए है, वे सहीं काम कर रहे है।