- दिल्ली में राव आईएएस कोचिंग अकादमी के बेसमेंट में नाले का पानी भरा,
- 3 छात्र छात्राओं की मौत, प्रदर्शन कर छात्रों ने CBI जांच की मांग की, 2 गिरफ्तार
नई दिल्ली/ राजधानी दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर एरिया में स्थित राव आईएएस अकादमी के बेसमेंट में शुक्रवार की शाम हुई तेज बारिश के बाद अचानक नाले का गंदा पानी भर गया इस हादसे में एक छात्र और दो छात्राओं अर्थात तीन स्टूडेंट्स की मौत हो गई एनडीआरएफ और दमकल की टीमों ने फिलहाल पानी निकालने के साथ रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया अभी भी कुछ और अन्य छात्र छात्राओं के बेसमेंट में फंसे होने की संभावना छात्रों ने जताई है। छात्रों की मौत की मौत से गुसाए छात्र छात्राओं ने एमसीडी प्रशासन और कोचिंग संचालक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सीबीआई जांच की मांग की हैं। जबकि पुलिस ने कोचिंग के सीईओ सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
दिल्ली के ओल्ड राजिंदर नगर में है यह राव आईएएस कोचिंग अकादमी चार मंजिला इसकी इमारत के निचले हिस्से में यह बेसमेंट है जिसमें लायब्रेरी है ऊपर के हिस्से में कोचिंग है यह बेसमेंट काफी बड़ा है इस बिल्डिंग के पास एक गंदे पानी का नाला बहता है जो गाद और गंदगी से भरा है शुक्रवार की शाम करीब आधे घंटे की तेज बारिश के बाद अचानक यह नाला उफान पर आ गया, करीब साढ़े छह बजे इस नाले का पानी इस अकादमी के बेसमेंट में तेज फ्लो से भरने लगा इस बीच कुछ छात्र बाहर भागे इस बीच बिजली चली गई लेकिन कुछ छात्र छात्राएं निकल नही सके बाहर आए बच्चों ने फायर बिग्रेड और पुलिस को कॉल किया साथ ही छात्रों ने अपने अन्य साथियों को जिनकी संख्या 4 से 5 हो सकती है जो लायब्रेरी में पढ़ रहे थे उन्हें फोन किया लेकिन उनके मोबाइल बंद आ रहा था।
इस बीच नगर निगम का फायर दस्ता पुलिस और एनडीआरएफ की टीम मौके पर आ गई और उसने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन और बेसमेंट से पानी निकालने का कार्य शुरू हुआ। बताया जाता है बेसमेंट में करीब 10 से 12 फीट तक गंदा पानी और गाद भर गया था। इस बीच अंदर छात्र छात्राओं के भगदड़ मच गई पानी और कीचड़ में से बच्चों ने बाहर निकलने की काफी कोशिश की इस बीच एकाएक आए पानी के दबाव से लाइब्रेरी में लगे कांच टूट गए के वह कई बार फिसले बिजली न होने से उन्हें बाहर निकलने का एकमात्र गेट जो बायोमेट्रिक था वह जाम हो गया जिससे छात्र अंदर ही फंस गए।
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान फायर दस्ते और एनडीआरएफ की टीम ने शुक्रवार की रात दो छात्राओं को बाहर निकाला लेकिन उनकी मौत हो चुकी थी, 7 बजे से शुरू हुआ ऑपरेशन देर रात तक चल रहा था। और बेसमेंट से काफी पानी निकाला जा चुका था। लेकिन अभी भी काफी कीचड़ और गाद बेसमेंट में जमा थी जिसे निकालने के प्रयास देर रात तक जारी रहे । जबकि बताया जाता है पानी भरने के दौरान 30 से 35 छात्र छात्राएं बेसमेंट में बनी लायब्रेरी में पढ़ाई कर रहे थे कुछ को छोड़कर अधिकांश बच्चें किसी तरह बाहर आ गए लेकिन अभी भी 4 से 5 छात्र छात्राएं बेसमेंट में फंसे होने की सम्भावना जताई जा रही थी हैं जानकारी के अनुसार यह कोचिंग की यह लायब्रेरी शाम 7 बजे बंद हो जाती है लेकिन तेज बारिश के बाद साढ़े छह बजे अचानक इसमें तेज गति से नाले का पानी भरना शुरू हो गया जिससे छात्र छात्राएं अंदर फंस गए और यह स्टूडेंट बैंच के ऊपर चढ़ गए । उन्हें रेस्क्यू टीम ने रस्सी के सहारे बाहर निकाला।
शनिवार को सुबह से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा और दमकल दस्ते ने बेसमेंट से काफी गाद और कीचड़ निकाला गया इस बीच एनडीआरएफ की टीम ने एक छात्र का शव और बाहर निकाला। मरने वालों में यूपी के अंबेडकर नगर की रहने वाली श्रेया यादव पुत्री राजेंद्र यादव (25 साल) केरल के एर्नाकुलम के रहने वाले नेविन डेलविन (28 साल) और तान्या सोनी ( 25 साल) निवासी सिकंदराबाद तेलंगाना शामिल है। जो आईएएस बनकर देश की सेवा करना चाहते थे लेकिन प्रशासनिक लापरवाही के शिकार हो गए। इधर पुलिस ने मामला कायम कर कोचिंग के सीईओ एवं संचालक अभिषेक गुप्ता और एक अन्य को गिरफ्तार कर लिया है।
स्थानीय नागरिकों का आरोप हैं कि नगर निगम प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से कई बार इस नाले की सफाई की मांग की गई क्योंकि वर्षाकाल में यह नाला हर साल ओवर फ्लो होता है और आसपास पानी भर जाता है लेकिन किसी ने भी आजतक नहीं सुनी यदि समय रहते इस नाले की सफाई हो जाती इसकी गाद और गंदगी निकाल दी जाती तो आज यह हादसा नहीं होता और इन बच्चों की जान नही जाती।
बताया जाता कोचिंग के बेसमेंट में करीब 3 साल से कोचिंग संचालक लायब्रेरी चला रहे थे खास बात है 26 जून को एक छात्र किशोर सिंह कुशवाह ने एमसीडी को शिकायत भी की कि बेसमेंट में अवेध रूप से लायब्रेरी चल रही है हादसे से 5 दिन पहले उसने एमसीडी को फिर से रिमांडर किया लेकिन एमसीडी प्रशासन सोता रहा। एक माह पहले शिकायत होने के बाद एमसीडी चाहता तो इस अवेध रूप से संचालित लायब्रेरी में तोड़फोड़ कर उसे बंद कराया जा सकता था लेकिन एक माह में भी एमसीडी एक्शन में नहीं आई। जिससे साफ है कोचिंग संचालकों के साथ ही एमसीडी के अधिकारी भी इस हादसे के लिए जिम्मेदार हैं। इधर दिल्ली निगम की मेयर शैली ओबेरॉय ने कड़ी कार्यवाही की बात कही है और एक पत्र भी लिखा है।
इस हादसे और तीन छात्र छात्राओं की मौत से गुस्साए अन्य कोचिंग के छात्रों ने करोल बाग और दिल्ली के अन्य स्थानों पर जाम कर प्रदर्शन भी किया और केंडिल मार्च निकाला उन्होंने छात्रों की जान की चिन्ता न होने का आरोप लगाते हुए पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की है साथ ही प्रदर्शन करने वाले छात्रों ने सबाल उठाया कि जब बेसमेंट में 30 से 35 छात्र थे उनमें से 15 को रेस्क्यू कर बाहर निकाला 3 की मौत हो गई तो बाकी छात्र छात्राओं का क्या हुआ,इसका भी जबाव हमें चाहिए।