खंडवा/ एक पिता ने अपने दो मासूम बच्चों की पैरो में दबाकर गर्दन मरोड़ी और पत्थरों से कुचलकर हत्या कर दी और शवों को जंगल में छोड़ दिया लेकिन 5 दिन बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्त में लेकर पूछताछ की तो राजफाश हुआ लेकिन पुलिस को बच्चों के शरीर के कुछ अंग ही जंगल में सर्चिंग के दौरान मिले। इस बर्बर और जघन्य हत्याकांड के पीछे का कारण संभवत: ससुर के द्वारा पत्नी से अलग होने के बदले 16 हजार रुपए की रकम मांगी जाना बताया जाता है।
घटना मध्यप्रदेश के खंडवा जिले के थाना पंधाना के अंतर्गत आने वाले गांव लालमाटी की है यहां रहने वाले जादू की शराबखोरी के कारण उसकी पत्नी सादू बाई उसे छोड़कर अपने मायके चली गई थी उसने बच्चों को अपने साथ लेजाने से भी इंकार कर दिया था उसके पिता अर्थात ससुर ने इसके बदले में अपने दामाद जादू से अपनी बेटी के भरण पोषण के लिए 16 हजार रुपए की मांग की थी।
बताया जाता है 5 मार्च को जादू ने अपने दोनों बच्चों वरुण (5 साल) और बेटी सुनीता (3 साल ) से कहा कि वह दोनो को पहले दीवाल गांव में लगे भगोरिया मेले में मेला दिखाने ले जाएगा इसके बाद उन्हें उनकी मां सादू बाई से मिलाने के लिए अंबाखेड़ा छोड़ देगा। मासूम बच्चे बड़े खुश हुए मेला देखेंगे और मां से भी मिलेंगे लेकिन बेचारों को क्या मालूम था उनके पिता के मन में क्या चल रहा है।
जादू अपने दोनों बच्चों को इसी दिन मोटर साइकल पर लेकर घर से निकला बीच रास्ते में गाड़ी रोककर वह बच्चों को जंगल के अंदर सुनसान जगह पर ले गया बेचारे बच्चें कुछ समझ नहीं पाए जादू ने पहले बेटे को पकड़ा और उसकी गर्दन दोनों पैरों के बीच में दबाकर मरोड़ दी जिससे वह नीचे गिर गया इसी तरह उसने मासूम बच्ची को भी मार डाला और दोनों के सिरों को पत्थर से कुचल दिया रही सही जान भी बच्चों की निकल गई।
दोनों बच्चों की हत्या करने के बाद शवों को जंगल में छोड़कर जादू अपने ससुराल पंहुचा जब उसकी पत्नी ने बच्चो के बारे में पूछा तो उसने झूठ बोलते हुए कहा बच्चे गांव में घर पर है वह तुम्हारे पास आना नही चाहते लेकिन जादू के जाने के बाद पत्नी और उसके मायके वालों को शक हुआ जब बच्चें नही मिले तो उन्होंने जिले के पंधाना पुलिस थाने में रिपोर्ट की पुलिस ने गुमशुदगी की एफआईआर पर जांच शुरू की और जब पुलिस ने 10 मार्च को पति जादू से पूछताछ की तो वह अनाप शनाप अर्ध विक्षिप्त की तरह हरकते करने लगा पुलिस को मालूम हुआ उसने 4..5 दिन से कुछ नही खाया है पुलिस ने पहले उसको खाना खिलाया और जब कड़ाई से पूछताछ की तो वह टूट गया उसने पूरी घटना पुलिस को बताई जानकारी मिलने पर पुलिस उसे साथ लेकर जंगल पहुंची और बताई गई जगह पर पुलिस को उसके बेटे का बीच का आधा हिस्सा मिला दूसरे दिन 11 मार्च को पुलिस फिर सर्चिंग करने जंगल पहुंची तब उसे कुछ दूरी पर लड़की के कटे फटे हाथ पैर और हड्डियां और कुछ अन्य अंग मिले समझा जाता है 5 दिन के अंतराल में जंगली जानवरों ने दोनों बच्चों के शरीर को नोच खाया। पुलिस ने बरामद बच्चों के शरीर के भागों को पीएम के लिए भेजा और जादू को अपने बच्चों की हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।
जैसा कि जादू मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का भरण पोषण करता था बताया जाता है शराब की लत की बजह से पत्नी से आए दिन उसका लड़ाई झगड़ा होता था शराब के नशे में जादू पत्नी सादूबाई की मारपीट भी कर देता था इसके चलते पत्नी उसे बच्चों के साथ छोड़ गई और पत्नी के पिता और उसके ससुर ने जादू से अपनी बेटी के भरण पोषण के लिए 16 हजार रुपए की मांग की थी बताया जाता है बच्चों को पालने के साथ 16 हजार की बड़ी रकम देने के दवाब के कारण जादू तनाव में आ गया और उसने जल्दबाजी में बच्चों को मारने का निर्णय ले लिया लेकिन जब उसने अपने बच्चों की हत्या कर दी तो इसे भारी पश्चाताप भी हुआ और वह लौटने के बाद घर से नही निकला और उसने खाना पीना भी छोड़ दिया,यही कारण है कि पुलिस को भी वह बदहवास हालत में मिला। लेकिन बेचारे दोनों मासूम बच्चों का क्या दोष था जो पति पत्नी के बीच कलह का बेवजह शिकार हो गए और जिसने उन्हें जन्म दिया उसी पिता ने बेरहमी से मार डाला।