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सिंधिया – कमलनाथ के बीच तकरार …
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अब खेमेबाजी का डर …
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महिला नेत्री ने अलग पार्टी बनाने का दिया सुझाव..
ग्वालियर – ज्योतिरादित्य सिंधिया और सीएम कमलनाथ के बीच चल रही विवादित बयानबाजी और तकरार के बीच अब कांग्रेस कार्यकर्ता भी कूद पड़े है
जिससे खेमेबाजी की राजनीति का डर पैदा हों गया है हाल में महिला कांग्रेस की प्रदेश लेबल की एक नेत्री ने तो सिंधिया को अलग पार्टी बनाने तक का सुझाव दे डाला है।
प्रदेश महिला कांग्रेस की महासचिव रुचि राय ठाकुर ने ज्योतिरादित्य सिंधिया से उनके पिता माधवराव सिंधिया की पार्टी मध्य प्रदेश विकास कांग्रेस को एक बार फिर पुनर्जीवित करने की मांग की है।
उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पेम्पलेट पोस्ट किया है। जिसमें उनका कहना है कि 90 के दशक में कुछ इसी तरीके से स्व. माधवराव सिंधिया की कांग्रेस पार्टी के द्वारा अनदेखी की गई थी
उसी के चलते उन्होंने 1996 में इस पार्टी का न केवल गठन किया था बल्कि इसके चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़कर भारी मतों से चुनाव भी जीता था।
जिस तरीके से मध्यप्रदेश में हाल में सत्ता परिवर्तन में पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया का योगदान है,
वह किसी से छुपा नहीं है अकेले ग्वालियर चंबल संभाग की 34 में से 26 विधानसभा सीटें कांग्रेस ने उनके दम पर जीती लेकिन उसके बावजूद सरकार में आने के बाद भी उन्हें को तवज्जो नहीं दी गई जो मिलनी चाहिए थी।
वह जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए जब वचन पूरे ना होने पर सड़कों पर उतरने की बात करते हैं तो प्रदेश के मुखिया कमलनाथ यह कह देते हैं कि उन्हें सड़कों पर उतरना है तो उतर जाए।
सीएम कमलनाथ के इस बयान से ज्योतिरादित्य सिंधिया से जुड़े कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भावनाएं आहत हुई है इसलिए वे चाहते हैं सिंधिया मध्य प्रदेश विकास कांग्रेस को एक बार पुनः जीवित करें।
सिंधिया और सीएम कमलनाथ के बीच हुई बयान बाजी के बाद प्रदेश सरकार के दो मंत्री इमरती देवी और प्रदुमन सिंह तोमर सिंधिया के साथ सड़कों पर उतरने का एलान कर चुके हैं
जबकि सीएम कमलनाथ ने आज ही इस बात को स्पष्ट किया है कि वह किसी से नाराज नहीं है।