ग्वालियर — पूर्व केंद्रीय मंत्री और गुना शिवपुरी सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को ग्वालियर सेन्ट्रल जेल पहुंचकर पूर्व विधायक प्रद्युम्न सिंह तोमर से मुलाकात कर राजनैतिक गलियारों में चल रही उन अटकलों पर विराम लगा दिया जिनमें कहा जा रहा था कि प्रद्युम्न सिंह तोमर अलग थलग पड़ गए है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जेल के अंदर पूर्व विधायक प्रद्युम्न सिंह तोमर से मुलाकत करने के बाद कहा कि एक जनसेवक को कैसे सरकार के द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है इसका उदाहरण जेल में बंद प्रद्युम्न सिंह तोमर है जो जनता की समस्या को लेकर निगम कार्यालय पहुंचे थे, लेकिन उन्हें प्रतड़ित किया गया , साथ ही उन्हें झूठें मामले में जेल भेज दिया गया ।
अटेर विधानसभा उपचुनाव के सवाल पर सिंधिया ने कहा कि आज तक मैनें किसी भी चुनाव को लेकर भविष्यवाणी नही की, लेकिन हेंमत कटारे को जनता का पूर्ण समर्थन मिल रहा है और कांग्रेस वहां जीतेगी। ईवीएम मामले में सांसद सिंधिया ने चुनाव आयोग को सलाम करते हुए कहा कि जिस तेजी के साथ ईवीएम सहित कई और मामलों में चुनाव आयोग ने कार्रवाई की है, वो स्वागत योग्य है ।
इस पूरी मुलाकात की खास बात ये रही कि सिंधिया जेल के मुलाकात के प्रद्युम्न सिंह तोमर से मुलाकात के लिए गए तो सभी कांग्रेसी एक अनुशासित सिपाही की तरह जेल परिसर में दोनों तरफ लाइन लगाकर खड़े हो गए लेकिन जैसे ही वो बाहर निकलकर अपनी गाडी में बैठे तो अनुशासित दिखने वाले कार्यकर्ताओं ने जेल नियमों की धज्जियाँ उड़ाते हुए परिसर में ही सिंधिया जिंदाबाद के नारे लगा दिए।
मीडिया से जब जेल अधीक्षक एनपी सिंह से इस मामले में सवाल पूछा तो उन्होंने 10 मिनिट की मुलाकात की पुष्टि की लेकिन नारेबाजी पर वे दाएं बाएं झाँकने लगे और कहा कि नेता हैं अब हम क्या कर सकते हैं।