सुप्रीम कोर्ट ने 35 ए पर सुनवाई टाली… बीजेपी ने चिदम्बरम के बयान को चुनावी मुद्दा बनाया
नई दिल्ली– सुप्रीम कोर्ट ने जम्मूकाश्मीर में अनुच्छेद 35 ए को लेकर होने वाली सुनवाई को फ़िलहाल टाल दिया है सुप्रीम कोर्ट अब 8 सप्ताह बाद इस मामले पर सुनवाई करेगा ।
जैसा कि इसको लेकर 4 जनहित याचिकाएं सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई है जिसकी आज तारीख थी लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट दो माह बाद सुनवाई करेगा। जैसा कि जम्मूकाश्मीर में अनुच्छेद 35 ए के पालन में बाहरी प्रान्त का कोई व्यक्ति यहां कोई सम्पत्ति नही खरीद सकता है 1947 के बाद यहां आकर बसने वाले हिन्दू लोकसभा चुनाव में तो मतदान कर सकते है परन्तु उन्हें यहां के पंचायत या स्थानीय निकाय के चुनाव में वोट डालने का हक हासिल नही है । इसके अलावा अन्य सहूलियतों में भेदभाव को लेकर यह याचिकाएं सुप्रीम कोर्ट में दखिल की गई है ।
हाल में केन्द्रीय सरकार ने काश्मीर समस्या को निपटाने के लिये यहा अपने प्रतिनिधि के तौर पर पूर्व आई. बी. निदेशक दिनेश्वर शर्मा की नियुक्ति की है और केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि सरकार इस मसले को लेकर काफ़ी चिन्तित है और इसे बातचीत के जरिये निपटाना चाहती है और इसके लिये वह काश्मीर के सभी पक्षों और संगठनों से संवाद करने को तैयार है । वही उन्होंने किसी की भावनाओं को ठेस ना पहुंचाने की बात भी कही थी ।
लेकिन इससे पहले जम्मूकाश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती का बयान आया था कि यदि धारा 370 और अनुच्छेद 35 ए को हटाया जाता है या इसमे कोई बदलाव किया जाता है तो जम्मूकाश्मीर में राष्ट्रीय झन्डे को कंधा देने वाला भी नही मिलेगा ,और इसके परिणाम काफ़ी धातक हौंगे । इससे साफ़ है कि जम्मूकाश्मीर के मूल निवासी और वहां की प्रान्तीय राजनीतिक पार्टियां नही चाहती कि धारा 370 या अनुच्छेद 35 ए किसी भी हालत में हटे । यही बजह है इसको लेकर अलगांव वादियों ने पिछले दिनों सरकार को धमकी भी दी थी और कहा था कि यदि कोई बदलाव होता है तो जम्मूकाश्मीर भी फ़िलिस्तीन बन जायेगा ।
इधर कांग्रेस नेता पी. चिदम्बरम के एक बयान से राजनीति तेज हो गई है चिदम्बरम ने कहा है कि जम्मूकाश्मीर को और अधिक स्वायत्तता देने की जरूरत है और आजादी की बात करने वालों का मतलब स्वायत्तता से है । हालांकि चिदम्बरम के इस बयान से कांग्रेस ने पल्ला झाड़ लिया और इसे पार्टी से अलग चिदम्बरम का व्यक्तिगत बयान बताया ।लेकिन बीजेपी ने इसको लपक लिया और कांग्रेस पर खुलकर हमला बोला बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने हिमाचल प्रदेश की एक चुनावी सभा में कहा कि कांग्रेस जम्मूकाश्मीर में आजादी की मांग करने वालों का समर्थन कर रही है जो शर्मनाक है वही पीएम नरेन्द्र मोदी ने भी कांग्रेस पर तन्ज कसते हुए कहा है कि कांग्रेस जम्मूकाश्मीर में आजादी मांगने वालों के सुर में सुर मिला रही हैं और ऐसी कांग्रेस को गुजरात और हिमाचल प्रदेश की जनता वोट नही देगी । साफ़ है चिदम्बरम के इस बयान को इन चुनावों में बीजेपी पूरी तरह भुनाने की फ़िराक में है ।