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भागवत ने मोदी सरकार की तारीफ़ की तो नसीहत भी दी, रोहिग्या मुस्लिमों को देश की सुरक्षा के लिये बताया खतरा

Mohan Bhagwat
  • भागवत ने मोदी सरकार की तारीफ़ की तो नसीहत भी दी,
  • रोहिग्या मुस्लिमों को देश की सुरक्षा के लिये बताया खतरा

नागपुर – राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह मोहन भागवत ने मोदी सरकार को शाबासी के साथ नसीहत भी दी है, नागपुर में दशहरा कार्यक्रम में भागवत ने कहा कि केंद्रीय सरकार के कामों से आज 70 सालों में पहली बार दुनिया का ध्यान भारत की तरफ़ गया है,और देश के आत्मसम्मान में बढोत्तरी हुई है, पर उन्होंने आर्थिक गिरावट पर चिन्ता व्यक्त की और यह भी कहा कि अमीर को अमीर बनाना प्रगति नही बल्कि गरीब छोटे कारोबारी को रोजगार उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता होना चाहिये।

भागवत ने कहा कि सरकार ने जम्मूकाश्मीर में सख्ती से कार्यवाही की और आतंकवादियों के खिलाफ उसे अच्छी सफ़लता भी मिल रही है उन्होने यह भी कहा कि यदि कानून बदलने से जम्मूकाश्मीर के हालात सुधरते है तो यह भी किया जा सकता है,भागवत ने कहा कि चीन के खिलाफ़ सरकार की रणनीति कामयाब रही ,डोकलाम विवाद में चीन को मुँह की खानी पडी,और पीछे हटना पड़ा जिसे सरकार की कूटनीतिक जीत कहा जा सकता है, वहीं भागवत ने रोहिग्या मुसलमानों के भारत में प्रवेश को देश की सुरक्षा के लिये धातक बताया और कहा कि वोट की राजनीति ठीक नही है यदि रोहिग्या मुसलमानों पर सरकार ध्यान देगी तो देश में रोजगार के अवसर कम हौंगे वही देश की सुरक्षा को बड़ा खतरा पैदा हो जायेगा, उन्होंने कहा मानवता अपनी जगह ठीक है परन्तु जानते बूझते अपनों को नुकसान पहुंचाना कहा तक ठीक होगा,पहले अपने हित सर्वोपरि है।

गोहत्या के नाम पर हिंसा को आरएसएस प्रमुख ने गलत बताया और कहा कि इसके लिये खुद कार्यवाही की बजाय कानून का सहारा लिया जाना उचित होगा, वही उन्होने गौरक्षकों पर हो रहे हमलों को भी गलत बताया और कहा कि गौ हमारी संसकृति की पहचान है और उसकी सुरक्षा का दायित्व भी हमारा ही है उन्होंने कहा कि हर मुसलमान भी गौ मांस का उपयोग नही करता इसलिये सभी को शामिल करना ठीक नही है, उन्होने प.बंगाल और केरल में हो रही हिंसा पर सबाल उठायें और कहा कि बंगाल में देश विरोधी ताकतें सक्रिय है और वे ही दंगा और हिंसा फ़ैला रही है और सरकार उनका साथ दे रही है जो गम्भीर मामला है।

भागवत ने मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों पर चिंता ही व्यक्त नही की बल्कि सरकार को चेताया भी, आर्थिक मोर्चे पर विफ़लता पर उन्होंने स्पष्ट कहा कि अमीर और अमीर हो जाये और गरीब वही रह जाये यह कतई ठीक नही है उन्होंने कहा,कि सभी हाथ को काम मिले सभी को रोजगार मिले इसके लिये नई रणनीति बनाने की जरूरत है लघु उद्दोग,कुटीर उद्दोगों को बड़ावा देने के साथ छोटे कारीगर, खुदरा दुकानदार छोटे व्यापारियों के रोजगार को प्रोत्साहित करके हालात सुधारे जा सकते है आरएसएस प्रमुख के मुताबिक उसके लिये नई योजनाएं बनाना जरूरी है जिससे सभी की प्रगति हो,उन्होंने बनाई योजनाओ पर नजर रखने की भी नसीहत दी,जिससे गरीब सर्वहारा वर्ग के आर्थिक हितो को सुरक्षित करने के साथ उन्हे और अधिक पुख्ता किया जा सके।

Alkendra Sahay

The author Alkendra Sahay

A Senior Reporter

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