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गरीबों के निबाले पर डाका
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बांटे जा रहे पैक में 2 से 3 किलो आटा कम
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विधायक ने की शिकायत मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
ग्वालियर– कोरोना के प्रकोप के चलते लगे लॉक डाउन से आम गरीब काफी परेशान है उसको कमोवेश रोटी की कमी ना हो इसके लिये सरकार आटा भी दे रही है लेकिन कंट्रोल की दुकान से बांटे जा रहे 10 किलो आटे के पैकेट में 2 से 3 किलो आटा कम निकल रहा है।
साफ बात हैं सप्लाई करने वाली एजेंसी ने भारी घोटाला कर गरीब का पेट काटने जैसा घटिया काम किया है शिकायत मिलने पर ग्वालियर दक्षिण के विधायक प्रवीण पाठक कंट्रोल पर पहुंचे उन्होंने जांच की तो सही पाया तुरत फुरत उन्होंने जिला प्रशासन को बताया और मुख्यमंत्री को भी चिट्ठी लिखकर कड़ी कार्यवाही का आग्रह किया है। जबकि जिला प्रशासन ने सख्त कार्यवाही की बात कही हैं।
गरीब और जरूरतमंद लोगों को शासन द्वारा 10 किलो आटे के पैकेट वितरण में घोटाला सामने आया है ग्वालियर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में कई राशन की दुकानों से आटे के पैकेटों का वितरण किया जा रहा है।
विधायक श्री पाठक को फोन पर शिकायत मिली कि 10 किलो आटे के पैकेट में 2 से 3 किलो और किसी किसी में 4 किलो तक आटा कम निकल रहा है इस पर विधायक खुद पाटनकर बाजार निम्बालकर की गोठ स्थित राशन की दुकान पर मौके पर पहुंचे और वहां पहुंचकर जब 10 किलो का पैकेट तुलवाया तो दो से चार किलो तक आटा कम निकला ।
वहां पहुंचते ही लोगों ने भी शिकायत की कि जो आटे का पैकेट यहां से मिल रहा है इसमें आटा कम निकल रहा है इस पर विधायक ने मौके से ही जिलाधीश ग्वालियर को फोन कर इस बात की जानकारी दी कि जो पैकेट बांटे जा रहे हैं उसमें राशन कम निकल रहा है साथ ही विधायक पाठक ने दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने के लिए भी कहा है ।
इसके साथ ही विधायक श्री पाठक ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को भी पत्र लिखकर इस घोटाले से अवगत कराया और सख्त कार्यवाही का अनुरोध किया है ।
विधायक श्री पाठक ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में बताया कि वर्तमान में देश प्रदेश कोरोना का दंश झेल रहा है आप सरकार और मंत्रिमंडल के नाम पर अकेले जिम्मेदार व्यक्ति हैं पूरे प्रदेश की आप से ही अपेक्षा है जब जनता भूख से तड़प रही है ।
समाजसेवी संस्थाएं एवं लोग देश हित में ईमानदारी से कार्य कर रहे हैं ऐसी स्थिति में प्रशासन द्वारा राशन की दुकानों से बांटे जा रहे आटे के पैकेट में 1 से 4 किलो तक आटे की चोरी यह बताती है कि इन्हें गरीबों के पेट काटकर अपनी तिजोरियों को भरने की लालसा कितनी है ।
नीचे से लेकर ऊपर तक सभी भ्रष्टाचार में लिप्त हो चुके हैं आपके मेरे और सभी प्रदेशवासियों के जीवन की सबसे बड़ी विपदा की इस घड़ी में जब लोगों के सामने जरूरत की चीजों की कमी के चलते जीवन जीने का संकट आ चुका है और भूख से मरने की नौबत पैदा हो गई है।
तब ऐसा भ्रष्टाचार न केवल शर्मनाक है बल्कि मानवीयता पर कलंक भी है कल्पना से परे है कि एक बैग से 2 किलो से लेकर 4 किलो तक आटा कम होना यानी प्रदेश में लगभग 70 लाख पैकेट बटने है तो यह अरबों का घोटाला किया जा चुका है और लूट चालू है आज गरीब जनता ने जिस तरह लॉक डाउन में शासन और प्रशासन का साथ दिया है ।
यदि उसके साथ ऐसी नाइंसाफी ऐसी कालाबाजारी और भ्रष्टाचार पूर्ण हरकत की जा रही है तो यह किसी पाप से कम नहीं है ये दिन प्रदेश ही नहीं विश्व के इतिहास में काला दिन ही माना जाएगा यह इसे निर्धन निबाला घोटाले का नाम देते हुए विधायक पाठक ने इन आटा चोरों को सख्त से सख्त सजा दिलाई जाने और जो अधिकारी इसमें लिप्त हैं उन पर तुरंत कड़ी कार्रवाई की मांग मुख्यमंत्री से की हैं।