पुणे – ध्रुपद परम्परा के विख्यात गायको मै शामिल उस्ताद हुसैन सईदुद्दीन डागर का लम्बी बीमारी के बाद रविवार की शाम पुणे के एक अस्पताल मै निधन हो गया, वे 78 वर्ष के थे, और अपने प्रशन्सको मै सईद भाई के रूप मै जाने जाते थे,श्री डागर गुर्दे और उससे सम्बन्धित बीमारियो से ग्रस्त थे।
श्री डागर ध्रुपद गायकी के सर्वश्रेष्ठ फ़नकार थे उन्होने ध्रुपद मै कई नये आयाम जोड़े जिससे इस गायकी की मधुरता और अधिक सुमधुर हो गई उनके जाने से देश ने प्राचीन ध्रुपद गायन की परम्परा का निर्वाहन करने वाला एक महान संगीतज्ञ खो दिया,वही उनके निधन से उनके प्रशंसकों मै मायूसी छाई है।