ग्वालियर/ केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां राजमाता माधवी राजे सिंधिया का आज ग्वालियर में राजपरिवार की प्राचीन परंपरा के मुताबिक अंतिम संस्कार किया गया। उनके बेटे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उन्हें मुखाग्नि दी। इस मौके पर लाखों लोग मोजूद रहे और उन्होंने नम आंखो से राजमाता को अंतिम विदाई दी।
बुद्धवार को दिल्ली स्थित एम्स में राजमाता माधवी राजे सिंधिया का निधन हो गया था आज सुबह विमान व्दारा उनकी पार्थिव देह को ग्वालियर लाया गया था। और करीब दो घंटे उनकी पार्थिव देह को अंतिम दर्शन के लिए जय विलास पैलेस के रानी महल में रखा गया। जहां हजारों वीवीआईपी वीआईपी पक्ष विपक्ष के नेताओं सहित नगरवासियों ने राजमाता को नमन कर पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और ज्योतिरादित्य सिंधिया की बुआ वसुंधरा राजे और छोटी बुआ यशोधरा राजे, बहन चित्रांगदा राजे सहित सभी प्रमुख परिवारजन मोजूद रहे।

राजमाता को श्रद्धासुमन अर्पित करने वालों में ज्योतिरादित्य सिंधिया के जीजाजी कश्मीर रियासत के उत्तराधिकारी विक्रमादित्य सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया की भांजी के पति पटियाला के राजा कैप्टन अमरिंदर सिंह के नाती निर्वाण सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया की भांजी मृगका सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया की बड़ी बहन पटियाला राजघराने की बहू चित्रांगदा राजे और ज्योतिरादित्य सिंधिया के भांजे कश्मीर रियासत के राजकुमार मार्तंड सिंह प्रमुख रूप से शामिल थे।

इसके उपरांत राजमाता की पार्थिव देह को एक विमान में रखकर अंतिम संस्कार के लिए जय विलास महल से सड़क मार्ग से सिंधिया राजपरिवार के छतरी स्थित मुक्ति धाम लाया गया और यहां राजसी परंपरा के मुताबिक सिंधिया परिवार के पुरोहितों ने मंत्रोच्चारण के साथ कर्मकांड की सभी प्रक्रिया संपन्न कराई। इसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी माता माधवी राजे सिंधिया को मुखाग्नि दी। इस दौरान वह काफी भावुक नजर आएं और अंतिम संस्कार के दौरान छलक आए अश्रु पोछते दिखे।
राजमाता माधवी राजे की पार्थिव देह के दर्शन कर मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव ने उनके चरणों में श्रृद्धासुमन अर्पित किए। साथ ही प्रदेश के मंत्री कैलाश विजवर्गीय प्रहलाद पटेल सिलावट सिलावट ने भी नमन कर पुष्पांजलि अर्पित की।