नई दिल्ली, ग्वालियर/ पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. माधव राव सिंधिया की धर्मपत्नी एवं केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की मां राजमाता माधवीराजे सिंधिया का आज सुबह निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार थी और दिल्ली के एम्स में भर्ती थी। 75 वर्षीय राजमाता नेपाल के राजघराने से संबंध रखती थी और 1966 में उनका विवाह माधव राव सिंधिया से हुआ था। उनका अंतिम संस्कार गुरुवार को शाम 5 बजे ग्वालियर स्थित सिंधिया राजघराने के छतरी स्थल पर होगा।
ग्वालियर के सिंधिया राजपरिवार की राजमाता माधवी राजे सिंधिया पिछले दो महिने से बीमार थी और उन्हें इलाज के लिए दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था, गंभीर स्थिति के चलते उन्हें पिछले दिनों वेंटीलेटर पर भी रखा गया था, उनके स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हो रहा था आज बुद्धवार को उनकी हालत ज्यादा बिगड़ गई और सुबह 9.28 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। इस दौरान उनके सुपुत्र ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित पूरा परिवार उनके पास मौजूद था।
जानकारी के मुताबिक राजमाता माधवी राजे सिंधिया की पार्थिव देह आज दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे तक दिल्ली स्थित उनके आवास पर लोगों के दर्शनार्थ रखी जायेंगी। 16 मई गुरूवार को सुबह 10 बजे उनकी पार्थिव देह को दिल्ली से विमान द्वारा सुबह 10.45 बजे ग्वालियर लाया जायेगा। तदोपरांत उन्हें ग्वालियर एयरपोर्ट से रानीमहल लाया जायेगा, और रानीमहल में दोपहर 12.30 बजे से दोपहर 2.30 बजे तक उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन हेतु रखा जायेगा। इसके उपरांत करीब एक घंटे तक उनकी अंतिम यात्रा की तैयारियां पूरी की जायेंगी। तत्पश्चात दोपहर 3.30 बजे रानीमहल से उनकी अंतिम यात्रा प्रस्थान करेगी। और सड़क मार्ग से यह यात्रा सिंधिया राजघराने के छत्री प्रांगण स्थल पहुंचेगी जहां उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा।
सिंधिया राजघराने की बहुरानी माधवी राजे सिंधिया मूलतः नेपाल राजघराने से संबंध रखती थी उनके दादाजी जुद्ध शमशेर जंग बहादुर राणा नेपाल नरेश राणा के वंशज और मुखिया थे जो नेपाल के प्रधानमंत्री भी रहे । 8 मई 1966 को नेपाल की राजकुमारी किरण राज लक्ष्मी का विवाह माधवराव सिंधिया के साथ हुआ था वह सिंधिया राजघराने की बहू बनी इस दौरान उनका नाम माधवी राजे सिंधिया रखा गया।
राजमाता माधवी राजे सिंधिया एक मृदुभाषी और दयालू महिला थी आप 1985 में राजनीति में जरूर सक्रिय हुई जब उनके पति माधवराव सिंधिया कांग्रेस टिकट पर अटल बिहारी वाजपेई के खिलाफ चुनाव में उतरे थे लेकिन पति के देहावसान के बाद वह पूरी तरह से अपने परिवार तक सिमट गई।
राजमाता साहब ग्वालियर, श्रीमती माधवी राजे जी का परलोक गमन हमारे परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है।
भगवान से प्रार्थना है कि वो उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें।
॥ ॐ शांति ॐ ॥ pic.twitter.com/deqbXZ1txO
— Vasundhara Raje (मोदी का परिवार) (@VasundharaBJP) May 15, 2024
पूज्य ‘वहिनी’ श्रीमंत माधवी राजे के असामयिक निधन से आहत हूं। ईश्वर आपको अपने श्री-चरणों में स्थान दें!@JM_Scindia pic.twitter.com/oAbSrvdEk7
— Yashodhara Raje Scindia (मोदी का परिवार) (@yashodhararaje) May 15, 2024
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री माननीय श्री @JM_Scindia जी की पूज्य माता जी श्रीमती माधवी राजे सिंधिया जी के निधन का हृदय विदारक समाचार प्राप्त हुआ।
मां जीवन का आधार होती हैं, इनका जाना जीवन की अपूरणीय क्षति है।
बाबा महाकाल से दिवंगत पुण्य आत्मा को अपने… pic.twitter.com/I8dWlrxd68
— Dr Mohan Yadav (Modi Ka Parivar) (@DrMohanYadav51) May 15, 2024