ग्वालियर- मुगलपुरा की “छवि’’ रमटापुरा की “कविता’’ बोहड़ापुर की “सुनीता’’ यह बालिकाऐ जो आज अपने 14-15 साल की उम्र में पहली बार किसी मल्टी प्लेक्स में पिक्चर देखने आई , पिक्चर भी देश के सर्वाधिक पापुलर, कमाई करने वाली और बेटियो को प्रोत्साहित करने वाली फिल्म “दंगल” ।
आदिवासी कन्या आश्रम, होस्टल और बोहड़ापुर के झुग्गी झोपड़ी क्षेत्र में रहने वाली इन 130 बालिकाओं को यह सुनहरा अवसर “आनंद महोत्सव” के दौरान जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराया गया है ।
राज्य सरकार द्वारा 14 जनवरी से 21 जनवरी तक चलाए जा रहे “आनंद महोत्सव” की कड़ी में पूरे जिले में कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है ।
इस क्रम में कलेक्टर डा.संजय गोयल की सलाह पर, अभियान के नोडल अधिकारी और ए.डी.एम. शिवराज वर्मा द्वारा शहर की स्वयंसेवी संस्थाओं से एसी बच्चियों को जो कमजोर आर्थिक स्थिति के कारण कभी भी मॉल या मल्टीप्लेक्स में सिनेमा नहीं जा सकती हैं। उन्हें “दंगल’’ जैसी फिल्म निशुल्क दिखाने का प्लान बनाया गया ।
सालासर सिटी मॉल मे चलने वाले गोल्ड मल्टीप्लेक्स के संचालक और अभियान में आनंदक के रूप में जुड़े शरद अग्रवाल द्वारा इन बेटियों को निरूशुल्क फिल्म दिखाने का बीड़ा उठाया । बेटियों को मॉल तक लाने ले जाने और प्रेरित करने की जिम्मेदारी शहर की स्वयं सेवी संस्था “रे -ऑफ-होप’’ के संचालक राजू फ्रांसिस द्वारा उठाया गया । फिल्म में इन बेटियों को लाने ले जाने के साथ ही इंटरवल में ब्रेक फास्ट भी कराया गया । बेटियों ने उठाया दंगल का आनंद ।