पटना / बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राजनीति में परिवारवाद को हवा देने पर जेडीयू और आरजेडी में तनाव की स्थिति निर्मित होने की जानकारी सामने आई है जिससे सियासी पारा एकाएक ऊपर चढ़ गया और दोनों के बीच खटास की खबर आने लगी । साथ ही इंडिया गठबंधन में दरार पड़ने के अलावा नीतीश कुमार के एनडीए में शामिल होने की अटकलें भी जोर पकड़ने लगी है। यह भी कहा जा रहा है अगले 48 घंटो में बिहार में राजनेतिक बदलाव होगा। लेकिन फिलहाल पुख्ता रूप से अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है।
केंद्रीय सरकार ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रखर समाजवादी नेता स्व कर्पूरी ठाकुर को उनकी जयंती पर भारत रत्न देने का ऐलान किया है इसको लेकर 24 जनवरी को जेडीयू के कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा था कि कुछ लोग परिवारवाद को बढ़ावा देते है और आगे बड़ते जाते है लेकिन कर्पूरी ठाकुर ने कभी ऐसा नहीं किया उन्होंने अपने परिवार को राजनीति में अहमियत नहीं दी और उनका मैंने भी अनुशरण किया है इनके इस बयान के बाद लालू प्रसाद यादव की बेटी ने नीतीश का नाम लिए बिना समझाइश देते हुए एक के बाद एक तीन ट्वीट किए और उन्हें घेरा, लेकिन फिर जल्द अपने ट्वीट्स को हटा भी लिया।
लेकिन नीतीश के बीजेपी के साथ जाने की अटकलों के बीच दूसरे दिन राजनैतिक उठापटक और तेज हो गई नीतीश कुमार ने अपने बिहार से बाहर के सभी कार्यक्रम निरस्त करते हुए पटना में सीएम हाउस पर एक बैठक की जिसमें जेडीयू नेता ललन सिंह सहित कुछ प्रमुख नेता और मंत्री शामिल रहे। बताया जाता है बाद में नीतीश कुमार ने डिप्टी स्पीकर महेश्वर हजारी जो जेडीयू के ही है उन्हें अपना दौरा रद्द कर पटना आने को कहा है।
दूसरी तरफ आरजेडी ने भी अपने नेताओं और विधायकों की एक बैठक की जिसमें लालू प्रसाद यादव डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव प्रमुखता से मोजूद रहे। बताया जाता है जेडीयू नेता लालू प्रसाद यादव ने विधानसभा स्पीकर अवध बिहारी चौधरी से जो उन्हीं की पार्टी के है उनसे चर्चा की है।
बिहार में सियासी उठापटक की खबरों के बीच बीजेपी का सतर्क होना लाजमी था तो उसके नेता भी सक्रिय हो गए। अध्यक्ष जेपी नड्डा का 27 जनवरी का केरल दौरा रद्द हो गया और सभी भाजपा विधायकों को पटना बुला लिया गया है। जबकि बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी राज्यसभा सांसद सुशील मोदी पूर्व डिप्टी सीएम रेणु देवी दिल्ली रवाना हो गए।
जानकारी मिली है कि दिल्ली में बिहार के प्रदेश प्रभारी विनोद तावड़े के घर आज शाम बीजेपी नेताओं की एक आवश्यक बैठक हुई है जिसमें बिहार झारखंड के क्षेत्रीय संगठन महामंत्री नागेंद्र संगठन महामंत्री भीखूभाई दलसानिया सहित बिहार से आए प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सहित अन्य नेता शामिल रहे। इस बैठक के बाद गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर बिहार के बीजेपी नेताओं की बैठक हुई जो 1 घंटे 35 मिनट तक चली इस बैठक के बाद बिहार के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि लोकसभा 2024 चुनावों को लेकर यह बैठक हुई है इसमें नीतीश कुमार के बारे में कोई चर्चा नहीं हुई है।
खास बात है जिस विमान में बिहार के बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी दिल्ली गए थे इसमें ही जेडीयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी भी सबार थे यह जानाबूझकर हुआ या इत्तफाक था यह कहना मुश्किल है हालाकि त्यागी ने दिल्ली में मीडिया से बातचीत में साफ किया की नीतीश कुमार का परिवारबाद पर बयान लालू यादव या सोनिया गांधी पर नही था बल्कि वह कर्पूरी ठाकुर के बारे में कह रहे थे। मीडिया ने लालू की बेटी के ट्वीट पर जब उनसे सबाल किया तो त्यागी ने कहा बच्चों की बातों को हम तबज्जों नही देते लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि इंडिया गठबंधन को कोई आंच नहीं आने वाली उसमें किसी तरह की कोई परेशानी नहीं है।
जबकि बिहार के राजनैतिक हालात पर नीतीश सरकार के वित्त मंत्री एवं जेडीयू नेता विजय चौधरी ने कहा है कि सरकार में सब कुछ ठीकठाक है कोई परेशानी की बात नहीं हैं। कल गणतंत्र दिवस पर मैं बिहार शरीफ जा रहा हूं सब ठीक है तभी तो जा रहा हूं। वहीं आरजेडी नेता शक्ति सिंह यादव ने भी यही बात कही उन्होंने कहा हर दिन लालू प्रसाद यादव नेताओं के साथ बैठक करते है सरकार पूरी मजबूती के साथ युवाओं किसानों के हित में काम कर रही है बिहार की जनता जानती है कि तेजस्वी यादव काम के लिए जाने जाते हैं उन्होंने कहा सरकार भरोसे के साथ काम कर रही है और आगे भी करती रहेगी।
जबकि बीजेपी विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने कुछ अलग ही कहा उन्होंने बड़ा दावा करते हुए कहा है कि नीतीश कुमार से बातचीत फायनल स्टेज पर चल रही है बिहार में दो तीन दिन में बड़ा बदलाव होगा।