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शराब दुकाने खुलने से पहले टूट पड़े लोग
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सुबह तड़के से पहुंचे दो किलोमीटर की लंबी लाइन
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भीड़भाड़ सोशल डिस्टेंस का पालन नही पुलिस ने किया लाठीचार्ज दुकानें कराई बंद
नई दिल्ली – कोरोना वायरस महामारी के दौरान देश मे लगाये गये लॉक डाउन के चालीस दिन बाद आज शराब बिक्री पर मिली छूट के बाद दिल्ली सहित देश के कई शहरों में शराब की दुकानें खुली, तो सुबह तड़के से ही दुकानों के सामने लंबी लंबी लाइनें दिखाई दी और भीड़भाड़ और सोशल डिस्टेंस का पालन कराने के लिए कई जगह पुलिस को लाठीचार्ज भी करना और नही मानने पर कुछ दुकानों को पुलिस ने बंद भी कराया।
देश के जिलों को तीन जोन रेड ओरेंज और ग्रीन में बांटा गया है जिसमे एहतियातन ओरेंज और ग्रीन जोन में तीसरे लॉक डाउन में आज से कुछ छूट दी गई है उंसके बावजूद राज्य सरकारों ने अपनी गाइड लाइन जारी कर अपने हिसाब से छूट दी है।
इसमें रेड जोन में शराब बेचने के लिये भी सशर्त अनुमति दी है जैसे सोशल डिस्टेंस का पालन करना सेनेटराइज का उपयोग एक दुकान में 5 लोगो का ही प्रवेश ,लेकिन दुकानों के खुलने का समय सुबह 10 बजे का था लेकिन देखा गया सुबह 5 -6 बजे से ही दुकानों के सामने लंबी लंबी लाइने लगना शुरू हो गई।
खास बात थी कि दिल्ली रेड जोन होने के बावजूद वहां वाइन शॉप खोलने की अनुमति थी और सबसे ज्यादा यहां ही भीड़ देखी गई न्यू अशोक नगर हुराड़ी चंद्रनगर कश्मीरी गेट गफ्फार मार्केट की दुकानों पर तो बुरी स्थिति देखी गई ।
कश्मीरी गेट पर दुकान के सामने 2 किलोमीटर की लंबी लाइन थी तो चन्द्रनागर में धक्कामुक्की और भीड़ के साथ सोशल डिटेंस का पालन नही होने पर पुलिस को दुकान ही बंद कराना पड़ी तो कई जगह लाठीचार्ज भी करना पड़ा ।
इसके अलावा छत्तीसगढ़ के रायपुर और राजस्थान के जयपुर महाराष्ट्र् का मुंबई भी रेड जोन में शामिल हैं लेकिन यहां भी शराब की दुकानें खोलने की छूट दी गई जहां दारू के लिये लंबी लंबी लाइने देखी गई जबकि उत्तर प्रदेश के लखनऊ गौतम बुद्धनगर नोयडा, कर्नाटक के हुबली आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा सहित अनेक शहरों में भी शराब की दुकानें खुली।
लोगों से जब पूछा गया तो उनका कहना था कि पूरे 40 दिन बाद दुकानें खुली हैं अब तो छक के शराब पियेंगे। लेकिन कही यह छूट लोगों के लिये सजा नही बन जाये क्योंकि आज देश में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 42 हजार पार हो गया हैं और 13 सौ लोगो की मौत हो गई हैं।
लग रहा हैं जैसे सभी इस दिन का इंतजार कर रहे थें कि दारू के ठेके खुले और उसके लिये कोरोना का डर छोड़कर टूट पड़े अधिकांश जगह भीड़ बेकाबू होते दिखी।
लॉक डाउन में भारत की स्थिति कुछ हद तक काबू में रही लेकिन कही यह छूट के बाद कोरोना बेकाबू ना हों जाये यह भय पैदा होना लाजमी है क्योंकि आज शराब की दुकानों पर जो स्थिति पैदा हुई यह काफी डरावना अनुभव कहा जा सकता हैं।