- गुजरात के राज्यसभा चुनाव में पैच फंसा,
- कांग्रेस और भाजपा दोनो पहुंचे चुनाव आयोग,
- मतगणना रोकी गई…
नई दिल्ली , अहमदाबाद- आज गुजरात में हुए राज्यसभा चुनाव में नया पैच फंस फ़स गया है, कांग्रेस और भाजपा के प्रतिनिधिमन्डलो ने तीन तीन बार चुनाव आयोग पहुंचकर अपनी अपनी मांग रखी, कांग्रेस का कहना थाकि जिन दो विधायको ने अनाधिक्रत व्यक्ति को वोट देने के बाद दिखाया उनके वोट निरस्त किये जाए, क्योकि 2016 मै आयोग इस तरह का फ़ैसला ले चुकी है, और सुप्रीम कोर्ट का जजमेंट भी ऐसा ही है जबकि भाजपा का कहना है कि उन्होने मतगणना की मांग आयोग से की है और कांग्रेस अपनी हार को देखकर बेबुनियाद आरोप लगा रही है उसने समय पर अपना प्रतिरोध क्यो नही जताया,
गुजरात का राज्यसभा चुनाव अब कांग्रेस और भाजपा दोनो की प्रतिष्ठा की लड़ाई बन गया है आज मतदान में कांग्रेस के 44 विधायको में से एक ने क्रास वोटिन्ग की और भाजपा को वोट दिया, परन्तु जेडीयु के छोटू भाई वासवा और एनसीपी के एक वोट की मदद से वह जीत के आकड़े 45 को छूने की कोशिश मै थी परंतु घटनाक्रम एकाएक तब बदला जब हाल मै कांग्रेस छोड़कर भाजपा मै शामिल विधायको के वोट निरस्त करने की मांग कांग्रेस ने चुनाव आयोग पहुंचकर उससे की और कहा कि उन्होने अपना वोट देने के बाद अनाधिक्रत व्यक्ति अमित शाह और स्म्रति ईरानी को अपना वेलेट पेपर दिखाया जो चुनाव आयोग के नियम कानून के साथ रूल 35 के विरुद्ध है खास रहा कांग्रेस ने 2016 के हरियाणा, और 2000 में राजस्थान में हुए राज्यसभा चुनाव के दौरान इस तरह के मामले मै वोट खारिज करने का हवाला भी दिया,वही कांग्रेस ने कहाकि भाजपा का यह कहना गलत है कि उसने समय पर अपना आबजेक्शन नही लिया,कांग्रेस ने कहा कि,सर्क्यूलर के तहत यह दोनो वोट आयोग को खारिज करना चाहिये,कांग्रेस ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि वह चुनाव आयोग पर नाजायज दबाब बना रही है परन्तु बीजेपी कितने भी षढयन्त्र करे बापू की धरती पर सत्य की विजय होगी आयोग से मिलने वाले कांग्रेस नेताओ मै पी चिदम्बरम् ,गुलाम नवी आजाद, आनंद शर्मा, रणदीप सुरजेवाला प्रमुख थे।
इधर बीजेपी के डेलीगेशन में कानून मंत्री रविशन्कर प्रसाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ,पियूश गोयल्,सीता राधारमण सहित आधा दर्जन केद्रीय मंत्री थे,भाजपा का कहना थाकि कांग्रेस के व्यवहार पर हमे आश्चर्य है अपनी हार को देखकर वह बेबुनियाद आरोप लगा रही है,जब बेलेट बाक्स मै वोट बन्द हो गया तब कांग्रेस उन्हे निरस्त करने की बात कर रही है जबकि उसे उसी समय ओब्जेक्शन करना था,कांग्रेस के दोबारा चुनाव आयोग से मिलने आने और बड़े संस्थानों नेताओ के दबाब बनाने पर भी भाजपा ने ऐतराज जताया,
इधर चुनाव आयोग ने उस वीडीओ रिकार्डिग को भी मगाया है जिसमे मतदान के फ़ुटेज है समझा जा सकता है इनकी जांच के लिये उन्हें आयोग ने मगवाया है,
जब मीडिया मै कांग्रेस के तीसरी बार आयोग आने की खबर फ़ैली तो कांग्रेस तो नही आई पर भाजपा नेता तीसरी बार वहा जा पहुँचें,पर उनका कहना था कि कांग्रेस आयोग पर नजायज दबाब बनाने की कोशिश कर रही है, इसलिए हमे आना पड़ा।
भाजपा नेताओ के जाने के बाद कांग्रेस के रणदीप सुरजेवाला, राजीव शुक्ला, और आरपीएन सिंह तीसरी बार चुनाव आयोग पहुंचे और उन्होने एक मेमोरन्ड्म और कुछ दस्तावेज आयोग को सौपे,कांग्रेस के सुरजेवाला ने कहा कि अब हमने सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसलो की प्रतिलिपि और वे दस्तावेज आयोग को दिये है जिसमे कानून और नियमनुसार कोई भी विधायक अपने वोट की सीक्रेसी को वाँयलेट नही कर सकता, परन्तु भाजपा और उसके कानून मंत्री और अन्य मन्त्री चुनाव आयोग पर असंवैधानिक बात मनवाने का नाजायज दबाब बना रहे है पर हमे आयोग पर विश्वास है वह न्याय करेगा।
इधर खबर है कि चुनाव आयोग इस मामले पर बैठक कर रहा है जिसमे वह वीडीओ को देखने के साथ हर बिन्दु पर विचार कर निर्णय लेगा और सम्भवतः आज ही मतगणना के आदेश दे सकता है।