नई दिल्ली/ लोकसभा के बजट सत्र का आज अंतिम दिन था लेकिन सत्ता पक्ष और विपक्ष अपनी अपनी मांग पर अड़ा रहा और हंगामे के बीच आज भी सदन में कोई कामकाज नहीं हुआ आखिर में लोकसभा स्पीकर ने सदन की कार्यवाही अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दी। लेकिन कांग्रेस सहित 18 विपक्षी पार्टियों ने संसद से विजय चौक तक तिरंगा मार्च निकाला और सरकार से अडानी मुद्दे की जांच के लिए जेपीसी के गठन की मांग की।
लोकसभा का पूरा बजट सत्र हंगामे की भेंट चढ़ गया सदन में कोई कामकाज नहीं हो पाया शुरू से सत्ता पर काबिज बीजेपी के सदस्य कांग्रेस नेता राहुल गांधी से लंदन में दिए उनके बयान को लेकर माफी मांगने की मांग करते रहे जबकि कांग्रेस सहित सभी पार्टियां अडानी मुद्दे पर सरकार से जेपीसी के गठन और जांच की मांग करती रही और इस कार्यवाही में करोड़ों की राशि खर्चा होने के बावजूद ना सत्ता पक्ष झुका जबकि विपक्ष भी अपनी मांग पर अड़ा रहा। और आज सत्र के अंतिम दिन भी हंगामे के बीच सदन अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।
जबकि कांग्रेस सहित विपक्ष के 18 राजनेतिक दलों ने सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद एकजुटता दिखाई और अडानी और भ्रष्टाचार मामले को लेकर संसद भवन से लेकर विजय चौक तक तिरंगा रैली निकाली और इस मुद्दे पर जांच के लिए जेपीसी के गठन की मांग की। इस तिरंगा रैली में सभी नेता और सांसद राष्ट्रीय ध्वज लेकर रैली में शामिल हुए और नारेबाजी करते देखे गए, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सोनिया गांधी सहित 18 विपक्षी पार्टियों के सांसद और नेता प्रमुख रूप से मोजूद थे।
जबकि विपक्षी नेताओं ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि अडानी महाघोटाले पर सवाल उठने से मोदी सरकार डरी हुई है और यही वजह है कि वह इस मामले की जांच के लिए JPC बनाना नहीं चाहती है। आज इसी मांग को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष व राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ विपक्ष के सांसद, संसद से लेकर विजय चौक तक तिरंगा मार्च निकाल रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा सरकार की संपत्ति एक ही व्यक्ति के पास क्यों है मोदी सरकार अडानी को इतना महत्व क्यों दे रही है विपक्ष की मांग इस मुद्दे पर जेपीसी के गठन की है जिसमें आपके सांसद ज्यादा होंगे फिर सरकार क्यों डरती है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि 2 साल में सत्ता पक्ष के बीजेपी सांसद ही लोकसभा नही चलने दे रहे यह पहली बार देखने में आ रहा हैं।