नई दिल्ली/ लोकसभा में आज विपक्ष की तरफ से कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने मणिपुर मामले को लेकर सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर नोटिस दिया जिसे सभापति ओम बिड़ला ने मंजूर करते हुए कहा कि लोकसभा के सभी सदस्यों को इससे अवगत कराने के बाद अविश्वास प्रस्ताव की तारीख और समय जल्द घोषित कर दिया जायेगा।
मानसून सत्र के दौरान आज पांचवे दिन जब लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्ष इंडिया की तरफ से कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने मोदी सरकार के खिलाफ सभापति को अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया था सभापति ओम बिड़ला ने बताया उन्हें उनका नोटिस मिल गया है सभापति ने कहा लेकिन उसके लिए सदन के कमोवेश 50 सदस्यों का समर्थन जरूरी होता है सभापति ने जब इस प्रस्ताव के समर्थन में सदन में मोजूद सांसदों से खड़े होकर समर्थन मांगा तो 50 से अधिक विपक्ष के सांसदों ने अविश्वास प्रस्ताव को अपना समर्थन दिया उसके उपरांत सभापति ओम बिड़ला ने कहा कि सदन ने उनकी यह मांग मंजूर कर ली है अविश्वास प्रस्ताव को कब लाना है उसे लेकर वह संसद के सभी सदस्यों को अवगत कराएंगे और जल्द ही अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा और मतदान की तारीख की घोषणा कर दी जायेगी।
इधर विपक्ष इंडिया की तरफ से अविश्वास प्रस्ताव की मांग करने वाले कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने मीडिया से चर्चा में कहा प्रधानमंत्री और उनकी सरकार मणिपुर के दुख को शायद भूल गए है लेकिन इंडिया अलाइंस वहां के नागरिकों का दुख और उनकी पीड़ा को नही भूला है इसलिए हम सरकार के खिलाफ यह अविश्वास प्रस्ताव लाएं है उन्होंने कहा आज देश में परिस्थितियां अलग और खास है इसलिए प्रधानमंत्री को अपनी सरकार की स्थिति क्लियर करना चाहिए यह लड़ाई देश और लोकतंत्र की है विपक्ष चाहता है लोकतंत्र जीवित रहें और हम चाहते है पीएम सदन में आकर मणिपुर को लेकर अपना पक्ष रखे।
जबकि बीआरएस सांसद नमा नागेश्वर राव ने भी सभापति को मणिपुर मुद्दे को लेकर अविश्वास प्रस्ताव की मांग को लेकर पत्र सौंपा था लेकिन टाइमिंग और कांग्रेस से बाद में मिलने के कारण उसे अमान्य कर दिया गया सांसद राव ने कहा कि इस मुश्किल घड़ी में पूरा विपक्ष मणिपुर के पीड़ितों के साथ है वह सभी मुद्दों पर डिस्कस करेंगे खासकर मणिपुर सहित 9 साल के सरकार के कार्यकाल को लेकर कई मुद्दों पर सरकार से जवाब लेंगे अविश्वास प्रस्ताव पर सरकार को जबाव देना पड़ेगा।