नई दिल्ली/ देश के 77 वे स्वतंत्रता दिवस पर लालकिले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा अगले साल वह फिर से झंडा फहराएंगे और 2024 में लाल किले से मैं फिर से गौरव गान करूंगा। इस पर विपक्ष हमलावर हैं और I.N.D.I.A.में शामिल नेताओं ने कहा कि नरेंद्र मोदी का यह आखिरी भाषण था और 2024 में वे अपने घर पर झंडा फहराएंगे।
यदि देखा जाएं तो 2014 में बीजेपी ने नारा दिया अबकी बार मोदी सरकार और नए नए वायदो के साथ वह सत्ता में आगई और 2019 में उसने कहा कि देश के विकास और रुके हुए कामों के लिए उसे देश की जनता फिर से मौका दे, और देश ने उन्हें दूसरी बार फिर से सत्ता सौंपी। अब तीसरे टर्न के लिए उन्होंने एक तरह से खुद को पीएम प्रोजेक्ट कर दिया और लाल किले की प्राचीर से साफ साफ कहा अगले साल 2024 में वह फिर यहां राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे।
विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. के नेताओं का कहना है भारत एक प्रजातांत्रिक देश है और यहां का संविधान देश के नागरिकों को मतदान का हक देता है और जनादेश के माध्यम से ही सरकार चुनी जाती हैं। फिर नरेंद्र मोदी कैसे कह रहे है कि वह अगले साल 2024 में भी स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से झंडा फहराएंगे। इससे साफ है कि पीएम को अब विश्वास ही नहीं रहा जबकि यह तो देश की जनता का अपमान हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि सरकार चुनने का अधिकार जनता को है वह कैसे कह रहे है हां वह झंडा जरूर फहराएंगे लेकिन अगले साल वह अपने घर पर झंडा फहराएंगे। जबकि जेडीयू नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि देश के लोग सब निश्चित रहे 2024 के बाद देश को आजादी मिल जायेंगी। जबकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि लालकिले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह आखिरी भाषण था वही जेडीयू नेता लालूप्रसाद यादव ने कहा कि अगले साल वे झंडा नही फहरा पाएंगे अगली बार हमारी बारी है। जबकि आप के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पीएम मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर जो स्वीच दी वह फेयर वेल की तरह थी मोदी जी आयेंगे जरूर लेकिन आगे की सीट पर बैठेंगे।