मुंबई/ विपक्ष की एकजुटता के लिए बने इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंकल्यूसिव एलायंस ( इंडिया) की तीसरी दो दिन की बैठक 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में होने जा रही है विपक्ष के इस एलायंस को लेकर फिलहाल कई सबाल है क्योंकि पार्लियामेंट के चुनाव के लिए करीब 8 महिने शेष बचे है और अभी तक संयोजक और चेयर पर्सन का नाम तय होने के साथ कई महत्वपूर्ण निर्णय लेना बाकी है लगता है मुंबई में होने वाली बैठक में काफी कुछ निर्णय ले लिए जायेंगे जिससे इस गठबंधन का भावी चेहरा और रणनीति काफी हद तक साफ हो जायेगी।
जैसा कि मुंबई में होने वाली यह दो दिनी बैठक तीसरी मीटिंग है इससे पहले पहली बार 18 राजनेतिक दलों के नेता 23 जून को पटना में बैठ चुके है और उसके बाद 17 एवं 18 जुलाई को बेंगलुरू में दूसरी बैठक हुई थी जिसमें 26 राजनेतिक दल के नेताओं ने शिरकत की थी। मुंबई में होने वाली बैठक का जिम्मा महाविकास अगाड़ी के नेताओं को सौंपा गया है।
इस विपक्षी गठबंधन की धीमी गति पर कई सवाल उठ रहे है क्योंकि इतनी ज्यादा मतभिन्नता वाली पार्टियों के एक मंच पर आने से सभी की विचार और मंशा जानना भी जरूरी है अभी इंडिया गठबंधन का संयोजक (कनवीनर) और अध्यक्ष (चेयर पर्सन) कोन होगा इसका निर्णय होना है इसके अलावा इस बैठक में इंडिया का लोगो, झंडा, संयोजक टीम, सचिवालय और एजेंडा तय हो सकता है जबकि सबसे अहम है कि एनडीए के खिलाफ वन टू वन कैंडीडेट के साथ क्षेत्रवार कोन सी पार्टी और कोन कोन सी सीट से अपने प्रत्याशी खड़े करेगी इसका भी निर्णय होना है। इसमें सीटों का चुनाव और संख्या सबसे अहम है।
बताया जाता है एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण के सयुक्त नेतृत्व में 5 सदस्यीय टीम मुंबई बैठक की तैयारी कर रही है बताया जाता है 30 अगस्त को मीडिया के सामने बैठक का एजेंडा रखा जायेगा।
इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस नेता सोनिया गांधी राहुल गांधी सहित 6 राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे। कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा है कि तीन से चार नए दल भी इस बैठक में सम्मानित हो सकते है।
यह बात बिल्कुल सही है कि जेडीयू नेता एवं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्षी एकता के लिए शुरू से ही काफी प्रयास किए और हर पार्टी के नेता से व्यक्तिगत मुलाकात कर उन्होंने उन्हे एक एक कर जोड़ा उसके बाद पार्टियां जुड़ती गई पहले 18 पार्टियां आई उसके बाद 26 राजनीतिक दल एक मंच पर आए। अब कहा जा रहा है कुछ और दल भी साथ आ रहे है।
इधर मीडिया से बातचीत करते हुए नीतीश कुमार ने संयोजक बनने से इंकार करते हुए कहा कि कंविनर दूसरे लोगों को बनाया जायेगा हम बार बार कह रहे है मैं कुछ बनना नही चाहता ,मैं चाहता था कि सभी विपक्ष एकजुट हो और उसके मैने लगातार प्रयास किए और करता रहूंगा। लेकिन मुंबई में होने वाली बैठक में ही तय होगा कि नीतीश कुमार को गठबंधन के नेता क्या जिम्मेदारी देते हैं।