श्योपुर/ मध्यप्रदेश के श्योपुर स्थित पालपुर कूनो अभ्यारण में रविवार को उदय नाम के चीते की मौत हो गई एक दिन पहले वह पूरी तरह से ठीक ठाक नजर आ रहा यह चीता कल सुस्त हो गया था इलाज के दौरान रविवार को उसने दम तोड दिया, मध्यप्रदेश के मुख्य वन संरक्षक जेएस चौहान ने इसकी मौत की पुष्टि की है खास बात है इससे पहले नामीबिया से आये साशा नामक चीते की मौत हो चुकी हैं। आशंका है कि किसी जहरीले कीड़े के काटने से उदय की मौत हुई है, लेकिन पोस्टमार्टम के बाद असल वजह सामने आयेगी।
हाल में उदय नामक चीते को छोटे बाड़े से बड़े बाड़े में शिफ्ट किया गया था शनिवार को चीतों पर नजर रखने वाली वन विभाग की टीम को वह पूरी तरह स्वस्थ्य नजर आया था। लेकिन रविवार की सुबह अफ्रीका से लाया गया उदय नामक यह चीता बाड़े में सुस्त हालत में दिखा था, जब टीम के लोग उसके पास गए तो वह उठा और लड़खड़ाता हुआ आगे चलने लगा गंभीर स्थिति देखकर मेडिकल टीम ने उसे अपनी निगरानी में लिया, और उसको ट्रेंकुलाइज करने की अनुमति मांगी उसके बाद चीते का इलाज शुरू किया गया, लेकिन इलाज के दौरान शाम 4 बजे उसकी मौत हो गई। शंका है कि एक दिन पहले स्वस्थ्य इस चीते को किसी जहरीले कीड़े ने काट लिया, जिससे एकाएक उसकी हालत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई। सोमवार को मृत चीते का पोस्टमार्टम किया जायेगा उसके बाद ही मौत का सही कारण मालूम पड़ेगा।
जैसा कि नामीबिया से पहले 8 चीते आएं थे उसके बाद अफ्रीका से 12 चीते पालपुर कूनो में आए थे. जिसमें से साशा की पिछले दिनों किडनी में संक्रमण हो जाने के कारण मौत हो गई थी, बताया जाता है साशा अफ्रीका में भी बीमार पड़ी थी, और इलाज के दौरान उसकी सर्जरी भी हुई थी। अब उदय नामक चीते की मृत्यु हो गई है पिछले दिनों मादा चीता सियाया ने 4 बच्चो को जन्म भी दिया था अब इन नन्हें शावकों सहित पालपुर कूनो सेंचुरी में 22 चीते रह गए है जिसमें 18 वयस्क जिसमें 9 नर 9 मादा चीते है इसके अलावा 4 बच्चे है जो पूरी तरह स्वस्थ है अपनी मां के साथ रह रहे है।