- गणतंत्र दिवस पर भारत ने सांसकृतिक विरासत के साथ दिखाई सैन्य शक्ति
- राष्ट्रपति ने फ़हराया तिरंगा, ली परेड की सलामी
- आसियान देश के राष्ट्र अध्यक्ष बने मुख्य अतिथि
नई दिल्ली – देश में 69 वां गणतंत्र दिवस काफ़ी धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया वही नई दिल्ली के राजपथ पर आयोजित मुख्य समारोह में आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देश की आन बान शान का प्रतीक राष्ट्र ध्वज तिरंगा फ़हराया और भव्य आकर्षक परेड की सलामी ली। खास बात थी कि इस आयोजन में बतौर मुख्यअतिथि दस आसियान देशों के राष्ट्र अध्यक्ष मौजूद थे। जिनकी अगवानी आयोजन में मौजूद खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की, भारत ने आज दुनिया के सामने अपनी सैन्य ताकत एवं सांसकृतिक विरासत का अनूंठा और विहंगम दृष्य पेश किया।इस कार्यक्रम में पहली बार अश्विनी मिसाइल,धनुश तोप ,स्वदेशी हथियारों का प्रदर्शन हुआ तो रुद्र हेलीकाप्टर ने आकाश में उड़ान भरी,वहीं बीएसएफ़ की महिला विंग ने भी पहली दफ़ा मोटर साईकल पर आर्ट और बेलेन्स का बेजोड़ प्रदर्शन कर सभी को हैरत में डाल दिया ।
कार्यक्रम की शुरुआत राष्ट्रीय गान जन मण गण के साथ हुई और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ध्वजारोहण किया और उन्हें 21 तोपो की सलामी दी गई, इसके उपरांत अमर शहीद कार्परल कमांडो ज्योति प्रकाश निराला को मरणोंपरांत अशोक चक्र से राष्ट्रपति ने नवाजा और उनकी पत्नि सुषमा को यह सम्मान प्रदान किया इस मौके पर शहीद निराला की माताश्री मालती देवी भी मौजूद थी, इस दौरान राष्ट्रपति सहित वहां उपस्थित लोगों की आँखे नम हो गई।
कार्यक्रम में राष्ट्रपति ने भव्य और आकर्षक परेड की सलामी ली जिसमें तीनो सैनाओं की टुकडियों के जवान अधिकारी एनसीसी,एनएसएस की विंग और पुलिस के जवान शामिल थे जो बैंड की अपनी अपनी खास धुनों पर परेड में शामिल हुए, सभी का तालमेल और जोश देखते ही बनता था।आयोजन में देश के 14 राज्यों और 9 केन्द्र शासित प्रदेशों की झाँकियां ने भी सुन्दर प्रस्तुति दी,खास बात थी प्रदेशों ने इनमे अपनी खास पुरातन धरोहर और सांसकृतिक विरासतों की झाँकियो का सुन्दर समावेश किया था।
इस राष्ट्रीय पर्व में भारत की सांसकृतिक विरासत के साथ देश की सैन्य शक्ति का बेजोड़ प्रदर्शन और तैयारियों का अनूठा समावेश खास था,जिसमे सुखोई और तेजस की तेजी थी तो ब्रह्मोस्त्र निर्भय और आकाश की अचूक मार भी प्रदर्शन में शामिल थी। वही भारत में बनी धनुष तेज और अश्विनी मिसाइल को भी शामिल किया गया।
खास था देश के 69 वें गणतंत्र दिवस के इस आयोजन में पहली बार दस आसियान देशों के राष्ट्र अध्यक्ष मुख्य अतिथि थे, जिसमें म्यामार की राष्ट्र प्रमुख आग सान सू की, कम्बोडिया के प्रधानमंत्री हुन सेन्, ब्रोनई के सुल्तान हसन अल बोलकिया, इन्डोनेशिया के राष्ट्रपति जो को विदादो, मलेशिया के प्रधानमंत्री नजीव रजक्, फ़िलीपिंस के राष्ट्रपति राड्रिगो दुर्तते, प्रधानमंत्री गुयेन जुआऊ, सिंगापुर की प्रधानमंत्री लीन सून सूं , थाईलैंड के प्रधानमंत्री प्रपुत वान झो वो,लाओस के प्रधानमंत्री थोन गओन सियोलिथिन शामिल हैं।
कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति वैकेया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ग्रहमंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन, बीजेपी नेता लालकृष्ण अडवानी पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, तीनो सैना के प्रमुख सहित अन्य केन्द्रीय मंत्री मौजूद थे।