ग्वालियर- ग्वालियर-आगरा रेल खंड पर रायरू स्टेशन के पास आरओबी पर लगी लोहे की जालियां तेज अंधड में ओएचई लाइन पर जा गिरी। जिससे झांसी, दिल्ली रूट पर यातायात करीब 12 घंटे प्रभावित रहा। आगरा और झांसी से निकलने वाली ट्रेनों को दूरदराज स्टेशनों पर रोका गया और उन्हें एक ही टैªक से बारी-बारी से निकाला गया। इस दौरान ग्वालियर, मुरैना, आगरा, झांसी स्टेशनों पर यात्रियों की भीड लगी रही। उन लोगो को सबसे ज्यादा परेशानी हुई जो ग्वालियर से आगरा, मुरैना, डबरा, दतिया अपडाउन करते थे। इन लोगो को सडक मार्ग से ही अपने ठिकानों पर जाना पडा। ओएचई लाइन डाउन टैªक की टूटी थी इसलिए अप टैªक से गाडियों को निकाला गया।
रायरू पर इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रीकल विभाग के इंजीनियरों ने घंटो काम करने के बाद ओएचई लाइन को ठीक किया। इस दौरान स्टेशनों पर यात्रियों में अफरातफरी मची रही। इस बीच मालवा, भोपाल एक्सप्रेस, शताब्दी जैसी लगभग सभी गाड़िया 8 से 10 घण्टे लेट हो चुकी थी। दरअसल रात को करीब 12 बजे रायरू और बानमोर स्टेशन के पास इलेक्ट्रिक सप्लाई करने वाला ओएचई टूट गया। इससे ट्रैक पर दौड़ती ट्रेनों की रफ्तार थम गई।रेलवे कर्मचारियों ने कारण तलाशा तो रात की आंधी में एक टीन उड़कर आया और सीधे ओएचई से टकरा गया। टकराते ही इलेक्ट्रिक लाइन टूट गई और ट्रेनें रुक गई। यह हादसा डाउन ट्रैक पर हुआ और करीब दो दर्जन ट्रेनें 4 से 6 घंटे लेट हो गई। कई ट्रेनों को स्टेशन पर रोका गया और एक अप ट्रैक से धीरे-धीरे ट्रेनें निकाली जा रही हैं।
रेलवे कर्मचारी इस सप्लाई लाइन को ठीक करने में लगे हुए हैं, लेकिन अभी तक पूरा ट्रैक सही नहीं हो पाया है।ग्वालियर सहित कई स्टेशनों पर मुसाफिरों की भीड़ जमा हो गई है। इस बारे में एनसीआर झांसी के पीआरओ मनोज सिंह ने बताया कि रायरू के पास एनएचएआई की ब्रिज बन रहा है। इस ब्रिज से रात को आंधी के समय एक टीन उड़कर आया।