नई दिल्ली, भोपाल/ भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने मध्यप्रदेश के लिए तीन पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिए है जिसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर , डॉ. के लक्ष्मण राष्ट्रीय अध्यक्ष ओबीसी और राष्ट्रीय सचिव सुश्री आशा लकड़ा शामिल है बताया जाता है बीजेपी हाईकमान मध्यप्रदेश में ओबीसी वर्ग का मुख्यमंत्री बनाए जाने के फेवर में है। इसी के साथ पार्टी डिप्टी सीएम बनाने पर भी विचार कर रही है।
मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री के चेहरे की तलाश के लिए पिछले कई दिनों से दिल्ली में बीजेपी में बैठकों का दौर जारी है पार्टी ने ओबीसी वर्ग से चुने गए विधायकों की सूची भी मंगाई थी। इस दौरान पर्यवेक्षकों की नियुक्ति हो जाने से अब प्रकिया में तेजी आयेगी बताया जाता है यह विधायकों से अलग अलग वन टू वन चर्चा करेंगे और रायशुमारी करेंगे बताया जाता है 10 दिसंबर को विधायक दल की बैठक होना है और इसके बाद पर्यवेक्षक मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा कर सकते है, इससे साफ है शनिवार को तीनों पर्यवेक्षक भोपाल आ जायेंगे।
बीजेपी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक पार्टी मध्यप्रदेश में ओबीसी को मुख्यमंत्री बनाना चाहती है और शिवराज सिंह चौहान को बदलने के साथ वह बिल्कुल नए चेहरे को अहमियत देती लगती है तो उसे सामने सबसे पहला नाम प्रहलाद पटेल का है जो सबसे मजबूत और कोरा चेहरा है और यदि उसका ओबीसी का यह समीकरण फिट नहीं बैठता तो केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर रेस में सबसे आगे नजर आते है। इसके अलावा पहले कैलाश विजयवर्गीय गोपाल भार्गव और ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाम भी आगे आया था लेकिन फिलहाल पार्टी उनकी बजाय प्रहलाद पटेल पर फोकस रख रही है।
नरसिंहपुर से विधायक का चुनाव जीतकर आए प्रहलाद पटेल शुक्रवार को भोपाल आए और विधानसभा भवन पहुंचे इस दौरान उन्होंने चर्चा में कहा कि वह यहां जरूरी कार्य के लिए आए है चाहे लोकसभा हो या विधानसभा कोई भी सदन बड़ा छोटा नही होते उनकी संख्या और नियमों में अंतर जरूर आ जाता है उन्होंने कहा ईश्वर ने चौकीदार की जिम्मेदारी दी है तो चौकीदारी करना चाहिए।सीएम फेस बनाए जाने पर उन्होंने कहा अभी इंतजार करें,5 राज्यों के चुनाव हुए है फैसला लेने में देरी होना स्वाभाविक हैं लोकसभा भी चल रही है।