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कुख्यात गैंगेस्टर विकास दुबे पुलिस की पकड़ से बाहर,
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कानपुर पुलिस ने 50 हजार का इनाम किया घोषित
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35 पर पर मामला दर्ज 12 हिरासत में
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दविश की खबर देने वाला एसएचओ निलंबित
कानपुर– डीएसपी सहित आठ पुलिस अफसर और कॉन्स्टेबल की हत्या कर फरार गैंगेस्टर विकास दुबे अभी तक पुलिस की पहुँच से बाहर हैं, जबकि उत्तर प्रदेश पुलिस उसे गिरफ्त में लेने के हर संभव प्रयास कर रही हैं पुलिस ने 35 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया हैं और 12 लोगों को हिरासत में लेकर और इस हिस्ट्रीशीटर बदमाश के ठिकानों का पता कर रही हैं।
पुलिस ने इस मोस्ट वांटेड अपराधी पर 50 हजार का इनाम भी घोषित कर दिया हैं। खास बात है कि पुलिस की दबिश की खबर देने वालों में एक एसएचओ सहित कुछ पुलिस वालों के नाम सामने आये है जिनकी अधिकारी तफ्तीश कर रहे हैं।
आज प्रशासन ने इस शातिर अपराधी के बिकरू गांव के किले नुमा मकान को ढहा दिया हैं। जबकि पुलिस की टीमें 20 जिलों में इसको खोजने के साथ छापामार कार्यवाही कर रही हैं।
शुक्रवार का दिन उत्तर प्रदेश पुलिस के लिये काला बनकर आया कानपुर देहात के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में कुख्यात अपराधी विकास दुबे को एक हत्या कीं कोशिश मामले में पकड़ने गई पुलिस को उल्टा लेने के देने पड़ गये|
शातिर गैंगेस्टर को पहले से ही मालूम था कि भारी पुलिस बल छापामार कार्यवाही करने आ रहा हैं उंसने पहले से ही अपने गुर्गों को तैयार किया और उन्हें दूसरे मकानों और छत पर हथियार सहित तैनात कर मोर्चा सम्हाल लिया साथ ही घर के रास्ते में जेसीबी खड़ी कर पुलिस का रास्ता अविरुद्ध कर दिया।
जैसे ही पुलिस ने दबिश दी ऊपर से घरों से उसपर ताबड़तोड़ फॉयरिंग शुरू हो गई पुलिस को सम्हलने का मौका ही नही मिला एक महिला प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि कुछ घायल पुलिसकर्मी घायल होकर आसपास के घरों में शरण लेने भागे तो मालूम पड़ने पर घायलो को भी नही छोड़ा और दुबारा आकर बदमाशों गोलियों से भून दिया बड़ा ह्रदयविदारक दृश्य था।
फिर भी उत्तर प्रदेश पुलिस अफसरों और कांस्टेबलों की दाद देना चाहिए कि बुरी तरह घिरने और गंभीर घायल होने के बावजूद उन्होंने हौसला नही छोड़ा और गोलियों से घायल होने के बाद भी जबाबी फायरिंग करते रहे। इसी के चलते कुख्यात अपराधी का एक चचेरा भाई अतुल दुबे सहित एक अन्य बदमाश मारे गये।
पुलिस की तलाश जारी –
उत्तर प्रदेश पुलिस ने अब लगता है इस शातिर अपराधी और इसके गैंग के खात्मे की पूरी तैयारी कर ली हैं और घटना के बाद लखनऊ में इसके विकास नगर स्थित घर पर दविश दी और सभी नाके सील कर दिए देने के साथ गहन चैकिंग शुरू कर दी हैं करीब 500 मोबाइल नंबर सर्विलेंस पर डाले हैं और इसके ठिकानों पर लगातार पुलिस दविश दे रही हैं साथ ही बिकरू गांव और आसपास के इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया हैं और बिकरू गांव के निकास रास्ते और अन्य जगहों के पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही हैं।
पुलिस ने किया 35 पर मामला दर्ज 12 हिरासत में –
पुलिस ने इस अपराधी की गैंग के सदस्यों सहित इससे संबंधित 35 लोगों के खिलाफ़ अपराधिक प्रकरण दर्ज किया है और 12 लोगों को हिरासत में लिया है बताया जाता है उसमें इसके गैंग का गुर्गे भी शामिल है। पुलिस लगातार उनसे गहन पूछताछ कर रही हैं।
कुख्यात गैंगेस्टर के सर 50 हजार का इनाम –
कानपुर रेंज के आई जी मोहित अग्रवाल ने बताया कुख्यात अपराधी विकास दुबे पर पुलिस ने अब 50 हजार का इनाम घोषित किया हैं। और पुलिस लगातार उसकी खोजबीन कर रही हैं और उसके ठिकानों पर दविश दे रही है यह कुख्यात अपराधी जल्द पकड़ा जायेगा। पुलिस प्रशासन के मुताबिक पुलिस ने कई टीमें बनाई हैं जो उत्तरप्रदेश के 20 जिलों में इसे खोजने का काम कर रही हैं।
मकान ढहाया–
कानपुर प्रशासन और पुलिस आज अधिकारियों की फौज के साथ बिकरू गांव पहुंची इस दौरान उन्होंने जेबीसी की मदद से इस कुख्यात अपराधी का किले नुमा मकान पूरी तरह ढहा दिया उससे पूर्व प्रशासन ने मकान में मौजूद कुछ लोग नोकरानी और बच्चों को बाहर कर दिया था।
घर के भेदी ने ढाई लंका –
जैसी कि iTaaza Khabar ने आशंका जताई थी कि शातिर अपराधी विकास दुबे को पुलिस की दविश की जानकारी कैसे मिली और पुलिस में उंसका कोई मुखबिर जरूर हैं। यह पुलिस की खोज का विषय है कि वह सूचना देने वाला विभीषण कोन है ? यह सच साबित हुआ पुलिस ने कुछ पुलिस वालों की भूमिका संदिग्ध मानी थी और चौबेपुर थाने के एसएचओ विनय तिवारी को संदिग्ध मानते हुए उन्हें फौरी जांच के बाद निलंबित कर दिया और उनके मोबाइल की जांच भी पुलिस कर रही हैं। पुलिस उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कर सकती हैं।
अपराध का इतिहास –
जहां तक इस गैंगेस्टर विकास दुबे के पुराने इतिहास पर नजर डाली जाये तो 1990 से यह एक मारपीट के मामले के साथ अपराध की दुनिया में आया और देखते ही देखते इसने गैंग बनाया और यह लूट राहजनी हत्या जैसी जघन्य वारदातों को अंजाम देने के साथ गरीब सीधे साधे लोगों की जमीन पर दबंगी के दम पर अवैध कब्जे करने लगा और देखते ही देखते 50 करोड़ का आसामी होंगया इसकीं पुश्तेनी जमीन बिकरू गांव में जो सिर्फ 6 बीघा थी और देखते ही देखते वह 150 बीघा हो गई।
2001 में थाने में घुसकर कानपुर के बीजेपी नेता और राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त संतोष शुक्ल की गोलियों से भूनकर हत्या के बाद तो विकास दुबे और खुलकर खेलने लगा 2017 में गवाही के अभाव में जेल से छूटने के बाद यह अपराध की दुनिया का चर्चित नाम हो गया और कानपुर शहर और देहात में इसका खासा दबदबा हो गया दबंगी की दम पर यह पहले ग्राम प्रधान बना फिर जिला पंचायत सदस्य भी रहा इतना ही नही इसने समाजवादी पार्टी में घुसपैठ कर अपनी पत्नी को भी सरपंची टिकट दिलवा दिया था।