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डॉक्टरों के इस्तीफे से कोई परेशानी नही,
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कोरोना वायरस से निपटने में हम सक्षम कहा जीआरएमसी के डीन ने
ग्वालियर -ग्वालियर के गजरा राजा मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों के सामूहिक इस्तीफे के बाद मेडिकल कालेज प्रबंधन ने इस बात से साफ तौर पर इंकार किया है कि डॉक्टरों के काम छोड़ने से कोरोना वायरस से निपटने में कोई समस्या आएगी।
जी आर मेडिकल कालेज के डीन डॉ एस एन का कहना है कि इंटर्नशिप पूरी कर चुके डॉक्टरों की 30 मार्च के बाद ही 1 अप्रैल से नियुक्ति हुई थी। पहले शासन की शर्त इंटर्नशिप के बाद सेवा की शर्त अनिवार्य थी।
बाद में शासन ने अपनी इस शर्त को हटा दिया जिसके कारण डॉक्टरों ने काम करने से अनिच्छा जाहिर की। ऐसे में सभी डॉक्टरों की अपनी कुछ ना कुछ पारिवारिक और पढ़ाई संबंधी समस्याएं भी थी ।
प्रबंधन का कहना है कि मेडिकल कालेज के पास पर्याप्त संख्या में डॉक्टर उपलब्ध है। इन डॉक्टरों की नियुक्ति इसलिए अतिरिक्त तौर पर की गई थी कि भविष्य में कोरोनावायरस के बड़े रूप में फैलने पर इन डॉक्टरों की सेवाएं ली जा सके ।
जीआरएमसी के डीन डॉ एसएन आयंगर ने बताया कि 1 अप्रैल से करीब 93 डॉक्टरों ने नौकरी ज्वाइन की थी लेकिन 5 दिन बाद ही 50 डॉक्टरो ने नौकरी से त्यागपत्र दे दिया था एस्मा लगने से पहले त्यागपत्र देने के कारण इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है। लेकिन एस्मा लगने के बाद दिए गए इस्तीफों पर कोई विचार नहीं किया गया है।