नई दिल्ली/ जेडीयू प्रमुख और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की और विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने प्रयासों को लेकर चर्चा की इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी उपमुख्यमंत्री बिहार तेजस्वी यादव जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद,मुकुल वासनिक आरजेडी सांसद मनोज झा मंत्री संजय झा विशेष रूप से मोजूद थे।
बताया जाता है कांग्रेस के कॉल पर जेडीयू नेता नीतीश कुमार मंगलवार को दिल्ली आए थे और सबसे पहले वह आरजेडी नेता लालूप्रसाद यादव से मिलने उनकी बेटी मीसा भारती के निवास पर पंहुचे थे। दोनों के बीच कांग्रेस नेताओं से मुलाकात कर विपक्षी एकता का खाका खींचने पर सहमति बनी बताया जाता है लालू प्रसाद यादव ने इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष श्री खड़गे से फोन पर बातचीत कर नीतीश कुमार के साथ आगे बड़ने की बात की।
आज सुबह नीतीश कुमार डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव सहित अन्य नेताओं के साथ कांग्रेस अध्यक्ष के निवास पर पहुंचे और काफी समय तक श्री खड़गे राहुल गांधी और अन्य नेताओं के साथ मीटिंग कर आपस में मंत्रणा की और सारे विपक्ष को बीजेपी के खिलाफ एकजुट करने को लेकर चर्चा की संभवत नीतीश कुमार को सभी पार्टियों के नेताओं से चर्चा करने की जिम्मेदारी सोपी गई हैं।
बैठक के बाद प्रेस को अपने संबोधन में कांग्रेस अध्यक्ष श्री खड़गे ने कहा कि हम सभी का एक ही लक्ष्य है कि सभी विपक्षी पार्टियों को एकजुट कैसे किया जाएं आज उसी पर विचार विमर्श हुआ है आशा है हमें इसमें जरूर सफलता मिलेगी। जबकि नीतीश कुमार ने बताया कि हम सभी विपक्षी पार्टियों की एकता का प्रयास करेंगे उनके नेताओं से बातचीत के बाद जो भी हमारे प्रस्ताव से सहमत होगा बाद में उन सभी राजनेतिक दलों के नेताओं की बैठक होगी और सभी के विचारों के आधार पर आगे की रणनीति बनाई जायेंगी।
वही कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि जैसा खड़गे जी और नीतीश जी ने बताया हम आगे कोशिश करेंगे कि सभी एकजुट हो, उन्होंने कहा अपोजिशन को एकजुट करना ऐतिहासिक और बड़ा कदम है अब हमारे साथ कितनी पार्टियां आती है वह आगे की बात है यह एक विचारधारा की लड़ाई है और एक विजन को लेकर हम सभी राजनेतिक दल आगे बड़ेंगे।
खास बात है जेडीयू नेता नीतीश कुमार इससे पहले भी विपक्षी एकता के प्रयास कर चुके है इस दौरान उन्होंने सीपीआई के दफ्तर में डी राजा, माकपा नेता सीताराम येचुरी कांग्रेस नेता सोनिया गांधी आप नेता अरविंद केजरीवाल एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले सहित अन्य विपक्षी नेताओं से मुलाकात भी की थी। अब करीब 6 महिने बाद वह फिर से सक्रिय हुए है।
जैसा कि जेडीयू नेता नीतीश कुमार एक साफ सुथरे ओबीसी नेता की छवि रखते है उनपर आज तक भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नही है उनकी कांग्रेस के साथ यह कोशिश क्या रंग लाती है यह आगे मालूम पड़ेगा लेकिन खुद नीतीश कुमार सभी पार्टियों में स्वीकार्य नेता जरूर हो सकते है जिनके प्रयासों से सारा विपक्ष एक मंच पर आता है तो 2024 के चुनाव में बीजेपी को कड़ी चुनौती दे सकता है।