नई दिल्ली/ जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के नए अध्यक्ष मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बन गए है आज दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन की बैठक में वर्तमान अध्यक्ष ललन सिंह ने अपना इस्तीफा सौंप दिया और नीतीश कुमार के नाम का खुद ही प्रस्ताव रखा जिसे सर्व सम्मति से स्वीकार कर लिया गया इस तरह नीतीश कुमार को जेडीयू का दूसरी बार राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया।
प्रस्ताव आने पर नीतीश कुमार ने कहा आप लोगों की इच्छा है तो मैं तैयार हूं उन्होंने यह भी कहा कांग्रेस हमारे मुद्दों को आगे नही बड़ाती हमने देश में जातिगत जनगणना का मुद्दा उठाया है। जबकि ललन सिंह ने कहा मेरा कार्यकाल पूरा हो चुका है अब मैं लोकसभा चुनाव और पार्टी के अन्य कामों पर पूरा फोकस करना चाहता हूं।
इसके बाद जेडीयू के वरिष्ठ नेता KC त्यागी ने प्रेस कान्फ्रेस में नीतीश कुमार के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि सर्वसम्मति से नीतीश कुमार को राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है और ललन सिंह ने ही उनके अध्यक्ष का प्रस्ताव रखा उन्होंने बताया चूकि ललन सिंह का दो साल का कार्यकाल समाप्त हो गया है और उन्होंने खुद लोकसभा चुनाव और पार्टी के अन्य कामों में समय देने के लिए अध्यक्ष पद छोड़ने की बात कही थी। श्री त्यागी ने कहा कि ललन सिंह यह भी कहा है कि जेडीयू पूरी तरह से एकजुटता के साथ I.N.D.I.A. गठबंधन के साथ खड़ा है और जो खबरें उड़ रही है वह बेबुनियाद है और जेडीयू बीजेपी के साथ कभी भी नही जाएंगा। त्यागी ने कहा कि आज साफ हो गया है कि नीतीश कुमार या अन्य कोई नेता भाजपा या एनडीए के साथ नही जा रहा है आपको यानि मीडिया को निराशा हो सकती है परंतु यही सच है उन्होंने कहा इंडिया गठबंधन में सभी प्रमुख दलों को साथ लाने में नीतीश कुमार का प्रमुख रोल रहा है उसे और अधिक मंजबूत बनाने का हम काम करेंगे। KC त्यागी ने यूपी के फूलपुर से नीतीश के लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा वह समाजवादियो का मक्का है सहमति बनी तो इसपर सोचा जा सकता है।
इधर जेडीयू के महासचिव दसई चौधरी ने कहा कि सभी कार्यकर्ता चाहते थे कि नीतीश कुमार 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले संगठन की कमान सम्हाले और आज पार्टी और संगठन हित में वह फिर अध्यक्ष बने है।
राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में चार प्रस्ताव भी पास हुए जिसमें पहला .. ललन सिंह अधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटे उन्होंने निर्धारित दो साल का कार्यकाल पूरा किया। दूसरा .. सभी राजनैतिक निर्णयों पर अध्यक्ष होने के नाते अब नीतीश कुमार का अधिकार होगा। तीसरा .. बैठक में 149 सांसदो के निलंबन पर निंदा प्रस्ताव रखा गया और इसको गलत और अलोकतांत्रिक बताया गया। चौथा ..देश में व्याप्त महंगाई और बेरोजगारी पर आर्थिक प्रस्ताव रखा गया और इसाजे लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार बताया गया।
ललन सिंह की जगह अब जेडीयू की कमान फिर से नीतीश कुमार के हाथ आ गई है फिलहाल जेडीयू नेताओं के बयानों से पिछले दिनों से लगाई जा रही अटकलों पर विराम जरुर लग गया है। समझा जाता है इसके चलते जेडीयू में यह बड़ा बदलाव हुआ है। लेकिन अंदर खाने क्या कुछ हो रहा था इसी के आधार पर मीडिया इसके अलग अलग मायने लगा रही थी इस सब पर फिलहाल तो पर्दा गिर गया है। लेकिन जहां आग लगती है वही तो धुंआ उठता है इससे भी इंकार नहीं किया जा सकता।