- पितृपक्ष अमावस्या पर मध्यप्रदेश में 9 लोग नदी में डूबे,
- खंडवा में मौसी भांजी, मुरैना में दो भाई,
- खरगौन में तीन बच्चियां, और सीहोर में मामा भांजे की मौत
भोपाल/ मध्यप्रदेश में सर्व पितृ अमावस्या पर स्नान के दौरान नदी में डूबने से 9 लोगों के मौत हो गई, जबकि 3 अस्पताल में भर्ती है। खंडवा में मौसी और भांजी की, मुरैना में दो भाईयों की तो सीहोर में मामा भांजे की नदी में डूबने से मौत हो गई जबकि खरगोंन में तीन मासूम बच्चियां की नदी में डूबने से मौत हो गई जिसमें दो सगी बहनें थी।
खंडवा के ओंकारेश्वर में खरगौन का पाटीदार परिवार और उनके अन्य रिश्तेदार सर्व पितृ अमावस्या पर आज स्नान के लिए पहुंचे थे जिसमें संजय पाटीदार के साथ उसकी पत्नी रेनू बाई रेनू की बहन की बेटी लल्ली रिश्तेदार मनीष पाटीदार उनकी पत्नी सुनीता और एक 8 साल का बच्चा अवीश शामिल था। जब यह रेनू 40 साल अपने पति और भांजी के साथ बिल्लौर घाट पर स्नान कर कर रहे थे तभी रेनू का पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में चली गई इसी बीच लल्ली ने पानी में अपनी मौसी को बचाने छल्लांग लगा दी लेकिन वह पानी के तेज बहाव में बह गई शोर मचने पर आसपास से लोग दौड़े और उन्होंने रेनू को बाहर निकाल लिया लेकिन उसकी मौत हो गई थी जबकि लल्ली अभी लापता है गोताखोर उसकी तलाश कर रहे है।
सीहोर के पार्वती और अजनान नदी के संगम पर बुधवार सुबह 8 बजे 5 लोग नदी के देहरीघाट पर में नहाने के लिए पानी में उतरे थे जो आपस में रिश्तेदार थे लेकिन नहाने के दौरान सभी गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे जब उन्होंने चिल्लाया तो हड़कंप मच गया। इनमें से तीन लोगों को गोताखोरों ने बचा लिया गया लेकिन कृपाल मेवाड़ा 30 साल की पानी में डूबने से मौत हो गई इसका शव दोपहर 2 बजे मिला जबकि उसका भांजा बीरबल मेवाड़ा (19 साल) लापता है उसका शव फिलहाल नहीं मिला है। निकाले गए तीन लोगों को पुलिस ने कालापीपल के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
नदी के इस देहरीघाट पर दो जिलों की सीमा है एक तरफ शाजापुर और दूसरी तरफ सीहोर है दो जिले होने से करीब 50 गांव के लोग यहां आते है और काफी भीड़ रहती है इस मौके पर अमालाहा पुलिस चौकी प्रभारी अजय ओझा सहित मंडी और आहटा थाना पुलिस वहां व्यवस्था बनाने के साथ नदी में पास में नहाने की समझाइश देती हैं।
खरगौन की चोरल नदी में डूबने से तीन मासूम बच्चियों की मौत हो गई जिसमें से दो बहनें थी। जिले की कुंडिया गांव की रहने वाली मीनाक्षी (12 साल), अंशिका (10 साल) और करिश्मा (14 साल) सांझा माता विसर्जन के लिए चोरल नदी पर आई थी इसी बीच एक बच्ची का पैर फिसला और वह नदी में गिर गई और उसके बहाव में बहने लगी तभी दो बच्चियां उसे बचाने के लिए नदी में घुस गई लेकिन वह भी नदी में डूब गई जिससे तीनों की मौत हो गई इनमें से अंशिका और मीनाक्षी दोनो बहनें थी।
मुरैना जिले के कैलारस पुलिस थाने से महज 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कुंवारी नदी में बुद्धवार की सुबह दो भाई डूब गए जिससे उनकी मौत हो गई। जिले के कैलारस में सुगर फेक्ट्री के पास रहने वाले राहुल और गोलू दोनो भाई नदी में सुबह पिता जी का तर्पण करने गए थे जब वह नदी में नहा रहे थे तभी नदी के तेज बहाव में अचानक बह गए जानकारी मिलने पर ग्रामीण और परिजन मौके पर पहुचे सूचना मिलने पर कैलारस पुलिस और एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीम भी मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की सहायता से दोनो शवों को नदी से बाहर निकाला और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कैलारस भेजा गया। परिजन लोकेन्द्र कुशवाह ने बताया कि समझ में नहीं आ रहा कि नदी नहाते समय दोनों भाई कैसे डूब गए। पता चला कि सुबह से घर नही पहुचे थे तो खोजबीन हुई मालूम पड़ने पर चार घण्टे बाद दोनों शवों को नदी से निकाला गया।