भोपाल / कांग्रेस ने प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के गढ़ में सैंध लगादी है। रविवार को दतिया के कद्दावर भाजपा नेता और राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त अवधेश नायक और सागर जिले की सुरखी विधानसभा के बीजेपी नेता रहे राजकुमार सिंह धनौरा कांग्रेस में शामिल हों गए है इसी के साथ प्रसिद्ध शायर एवं गीतकार राहत इंदौरी की पत्नी शायर अंजुम रहबर ने भी रविवार को कांग्रेस ज्वाइन कर ली। इन्हें पीसीसी चीफ एवं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कांग्रेस की सदस्यता दिलाई।
इस मौके पर पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा आपका फैसला नेतिकता का है आपने सच्चाई का साथ दिया यह बड़ी बात है इससे कांग्रेस को बल और शक्ति मिलेगी उन्होंने कहा मैं सुरखी और दतिया की बात सुन रहा था ऐसे कितने क्षेत्र है जहां इस तरह के जुल्म होते है आपने जो उसके खिलाफ विरोध का बिगुल बजाया है वह अब पूरे प्रदेश में गूंजेगा, कमलनाथ ने कहा यह लोग धर्म की बात करते है मैने छिंदवाड़ा में 15 साल पहले हनुमान जी का मंदिर बनवाया प्रतिमा स्थापित करवाई, मै हिंदू हूं धार्मिक हूं लेकिन बेवकूफ नहीं हूं जब हम मंदिर जाते है पूजा करते है तो इनके (भाजपा) पेट में दर्द होता है क्या इन्होंने धर्म का ठेका ले रखा है? और यही बात हमें समझाना है कि हम धर्म के आधार पर राजनीति नहीं करते। इमरती देवी के कांग्रेस में शामिल होने के सबाल पर कमलनाथ ने कहा वही क्यों अगर शिवराज सिंह भी हमारे सिद्धांत माने और सभी हमारे लोगों की सहमति हो तो वह भी कांग्रेस में आ सकते है।
इस दौरान दिग्विजय सिंह ने कहा आज जो मंच पर है वे कभी कांग्रेस के खिलाफ लड़ते थे आज यह भाजपा नेताओं की प्रताड़ना के शिकार होकर बीजेपी को छोड़कर कमलनाथ राहुल गांधी और राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा दतिया और सुरखी में वहां के विधायक जो आज मंत्री बने बैठे है उन्होंने ऐसा आतंक मचा रखा है जो मैने अपने जीवन काल में नही देखा झूठे प्रकरण आम बात है एससीएसटी का आरोप किसी भी खिलाफ लगा दो,मैं दतिया और सुरखी के गांव गांव गया जिनपर अन्याय अत्याचार हुआ उनसे मिला। लेकिन अब हमारे यहां कोड ऑफ़ कंडक्ट लगने वाला है उससे पहले ऐसी रफ्तार से भाजपा टूटेगी कि किसी को अंदाजा नहीं होगा हम लोग दावे के साथ कहते है कि इस बार कांग्रेस की सरकार बनेगी और इतने विधायकों की बनेगी कि मामा और मामा के आंका भी नही तोड़ पाएंगे।
अवधेश नायक दतिया में भाजयुमो के जिला अध्यक्ष रहे है लेकिन उमा भारती के खास होने से उन्होंने 2008 में भारतीय जनशक्ति पार्टी से नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ दतिया से चुनाव लडा हालांकि नरोत्तम मिश्रा 11233 वोटों से यह चुनाव जीत गए लेकिन बीएसपी और कांग्रेस का कैंडीडेट होने के बावजूद नायक को भी 13930 वोट मिले। बाद में वह फिर बीजेपी में आ गए और 2013 और 2018 में उन्होंने अपनी दावेदारी की इस बीच पार्टी ने उन्हें 2016 में मप्र पाठ्य पुस्तक निगम का उपाध्यक्ष बनाया और राज्यमंत्री का दर्जा दिया तब लगा था कि नरोत्तम मिश्रा और उनमें सुलह हो गई, लेकिन लगता है ऐसा नहीं था यही वजह कि आज वे बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में आ गए अब देखना होगा क्या कांग्रेस उन्हें दतिया से नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ चुनाव में उतारती है?
जबकि सागर जिले के सुरखी क्षेत्र से आने वाले बीजेपी नेता और किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष रहे राजकुमार धनौरा का सुरखी के विधायक और राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के साथ छत्तीस का आंकड़ा रहा है राजपूत के खिलाफ आरोप लगाने और खुलकर बयान देने पर अक्टूबर 2022 में उन्हे बीजेपी से निष्कासित कर दिया गया था, जबकि धनौरा नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेन्द्र सिंह और सागर के बीजेपी सांसद राजबहादुर सिंह के रिश्तेदार है अब उनके कांग्रेस में आने से कही ना कही बीजेपी और खासकर गोविंद सिंह राजपूत को नुकसान होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है यदि कांग्रेस ने उन्हें सुरखी से टिकट दिया तो कांटे की टक्कर भी हो सकती हैं।