बुरहानपुर / बुरहानपुर जिले के नेपानगर पुलिस थाने पर बीती रात आधा सैकड़ा से अधिक लोगों ने अचानक हमला कर दिया और वन विभाग की बंदूके लूटने वाले मुख्य आरोपी सहित 3 लोगों को थाने के लॉकर से छुड़ा ले गए। इस हमले में चार पुलिस कर्मी घायल हो गए जिन्हे अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं।
बुरहानपुर जिले का नेपानगर थाने में गुरुवार की रात अचानक 60 लोगों ने एकजुट होते हुए हमला कर दिया उस समय थाने पर चार पुलिस कर्मी मोजूद थे जब उन्होंने हमलावरों को रोकने की कोशिश की तो उन्हों ने पुलिस कर्मियों की पिटाई शुरू कर दी और अन्य ने थाने के लॉकअप में बंद हेमा मेघवाल मगन पटेल और नवादी पटेल को छुड़ाया और अपने साथ ले गए। लेकिन यह पूरी घटना थाने पर लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई।
जब हमलावर भाग गए तब पुलिस कर्मियों ने वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया और पूरा पुलिस अमला और प्रशासन मौके पर पहुंचा, एसपी राहुल कुमार लोड़ा और कलेक्टर भव्या मित्तल जब तफ्तीश कर रहे थे उस दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधि भी वहां आ गए उन्होंने एसपी से कहा जब थाना ही लूट गया हमला हो गए तो हम लोग कैसे सुरक्षित रहेंगे। इस पर एसपी ने कहा जब तक आरोपी पकड़े नही जाएंगे वह थाने से नही जायेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि हमलावरों में क्या जंगल पर अतिक्रमण करने के बाद वह भी शामिल है क्या जिन्होंने हाल में आत्म समर्पण किया था। इसकी भी जांच पुलिस करेगी। जिन लोगों ने प्रशासन से मुलाकात कर अपनी चिंता जताई उसमे नगर पालिका अध्यक्ष भारती पटेल, पूर्व नपा अध्यक्ष राकेश चौहान समाजसेवी भोला वारेला और सुजीत पटेल प्रमुख रूप से मोजूद थे।
जैसा कि 28 नवंबर 2022 को नेपानगर के अंतर्गत आने वाली वन चौकी वाकड़ी से वन भूमि पर अतिक्रमण के आरोपियों ने चौकी पर हमला किया था और वहां मोजूद वन विभाग के सुरक्षा कर्मी भोला बारेला और उसकी पत्नि के साथ मारपीट की और वहां रखी फॉरेस्ट की 17 बंदूके और कारतूस लूट ले गए थे इस घटना के 5 आरोपियों में से 4 आरोपी भावलाल प्रकाश बड़ोले नंदराम और गुड्डू उर्फ हीरालाल को पुलिस ने पहले गिरफ्तार कर लिया था लेकिन इस घटना में शामिल हेमा मेघवाल फरार था हेमा के साथ उसके दो साथियों को एक दिन पहले ही पुलिस ने गिरफ्तार किया था जिन्हें वन भूमि पर अतिक्रमण कर प्रशासन और वन विभाग को चुनौती देने वाले था असामाजिक तत्व छुड़ा ले गए।