चंडीगढ़ / हरियाणा बीजेपी के अध्यक्ष नायब सैनी हरियाणा के नए मुख्यमंत्री बन गए है आज शाम उन्हें राज्यपाल ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। इसके अलावा मूलचंद शर्मा, रणजीत सिंह चौटाला, जेपी दलाल, कंवरपाल गुर्जर, डॉ. बनवारी लाल, को भी मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। इससे पहले बीजेपी विधायक दल की बैठक में सैनी को नेता चुना गया था और उन्होंने सीएम का अपना दावा पेश किया था। इस तरह मनोहर लाल खट्टर की बीजेपी नेतृत्व ने छुट्टी कर दी है। लेकिन इस निर्णय से गृहमंत्री अनिल विज नाराज हो गए और उनके नेता चुनने की घोषणा से पहले ही वह उठकर चले गए। लेकिन नायब सैनी का मुख्यमंत्री बनना कही न कही बीजेपी की रणनीति का एक बड़ा हिस्सा बताया जाता है।
हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर सरकार के खिलाफ एक बड़ी एंटीएनकमबेंसी को देखते हुए लोकसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी नेतृत्व ने बड़ा फैसला लिया है ओमप्रकाश चौटाला की पार्टी जेजेपी से गठबंधन टूटने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राजभवन जाकर अपने पद से इस्तीफा दे दिया था उसके उपरांत बीजेपी विधायक दल की बैठक में नायब सैनी को विधायक दल का नया नेता चुना गया, इस मौके पर मनोहर लाल खट्टर ने उनको बधाई दी बताया जाता है सैनी मनोहर लाल खट्टर के काफी नजदीकी है साथ ही सैनी कुरुक्षेत्र से सांसद और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी है। लेकिन उनके नेता चुने जाने की घोषणा से पहले ही अचानक खट्टर सरकार में गृहमंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता अनिल विज इस निर्णय से नाराज होकर चले गए चूकि अनिल विज पार्टी के एक सीनियर नेता होने के साथ जनता के लिए हमेशा खड़े नजर आते रहे और उनका अनुमान रहा होगा कि पार्टी उन्हें जिम्मेदारी देगी लेकिन ऐसा नहीं होने पर वह नाराज हो गए।
लेकिन दूसरी तरफ बीजेपी नेतृत्व जो हमेशा दूर की सोच रखता है और वह हमेशा पार्टी के हित के साथ जातिगत समीकरणों पर खास ध्यान देता रहा है उसके मद्देनजर ही उसका यह निर्णय लगता है हरियाणा की राजनीति जाट वर्सिज अन्य जातिवर्गो के बीच बटी हुई है नायब सैनी ओबीसी वर्ग से आते है साफ है अगले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी ने पिछड़े वर्ग को लुभाने के लिए एक ओबीसी को मुख्यमंत्री बनाया है साथ ही खट्टर सरकार के खिलाफ एंटी इनकमबेंसी का तोड़ भी निकाल लिया।
खास बात है कि ओमप्रकाश चौटाला की जेजेपी से बीजेपी का गठबंधन समाप्त होने के बाद बीजेपी का यह नया प्रयोग सामने आया है जेजेपी के अलग होने के बाद बीजेपी को फिलहाल 7 निर्दलीय विधायकों का समर्थन हासिल हो गया है। जैसा कि मनोहर लाल खट्टर पंजाबी वर्ग से आते है पंजाबी वर्ग के अलावा हरियाणा में जाट और ओबीसी वर्ग का ही प्रभाव है जबकि खबर यह भी है कि नायब सैनी के साथ अनिल विज जो पंजाबी समाज से आते है उन्हें और भव्य विश्नोई को डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है। इस तरह लगता है बीजेपी हाईकमान जातिगत समीकरणों के आधार पर एक तीर से कई निशाने साधने की फिराक में है जिसके बलबूते वह हरियाणा में लोकसभा के साथ विधानसभा चुनावों की बिसात भी बिछाता नजर आ रहा हैं। लेकिन सबाल भी खड़े हो रहे है कि इस राजनैतिक कवायद के बाद क्या बीजेपी डेमेज कंट्रोल करने में सफल होगी। आगे हो सकता है अब मनोहर लाल खट्टर केंद्र की राजनीति करें और उन्हें लोकसभा का टिकट भी दिया जा सकता है।