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छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों के बारुदी हमले में 9 जवान शहीद, 2 घायल्, केन्द्रीय गृहराज्यमंत्री और मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि

Naxal Attack
Naxal Attack
  • छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों के बारुदी हमले में 9 जवान शहीद, 2 घायल्
  • केन्द्रीय गृहराज्यमंत्री और मुख्यमंत्री ने दी श्रद्धांजलि
  • पार्थिव देह घर रवाना, माहौल गमगीन
  • म.प्र. सरकार ने एक करोड़ निधि और नोकरी की घोषणा की

जगदलपुर / छत्तीसगढ़ के सुकमा इलाके के किस्टाराम में हुए नक्सली हमले में सीआरपीएफ़ के एक एएसआई सहित 9 जवान शहीद हो गये,और दो जवान घायल हो गये हैं नक्सलियों ने शक्तिशाली आईईडी ब्लास्ट कर उस बारुदी सुरंग रोधी वाहन को उड़ा दिया जिसमें यह जवान सबार थे,नक्सली इस घटना के दौरान जवानों के पास से 4 हथियार भी ले गये, केन्द्रीय गृह राज्यमन्त्री हंसराज अहीर और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने रायपुर में शहीद जवानो को श्रद्धाजंलि अर्पित की और कहा कि आईईडी सुरक्षा तकनीकी को और अधिक मजबूत बनाने की जरूरत है।वही मुख्यमंत्री ने कहा ऐसी घटनाओं से जवानों के मनोबल पर कोई असर नही पड़ेगा।

नक्सलियो ने मंगलवार सुबह करीब 12 बजे बारूदी ब्लास्ट कर उस वाहन को उड़ा दिया जो नक्सली हमले में जवानों को सुरक्षित रखने के लिये विशेष रूप से बनाया गया था इस एन्टी लेण्ड्माइन व्हीकल का वाहरी भाग करीब ढेड से दो इंच मोटी लोहे की चाँदर से निर्मित था और जिसपर  बन्दूकी फ़ाँयरिन्ग और बारूदी हमले का कोई असर नही होना था लगता है नक्सली इस बात को जानते थे और उन्होंने इस हमले के लिये जो आईईडी विस्फ़ोटक का उपयोग किया सम्भवत: वह खासा शक्तिशाली था। यही बजह थी कि वाहन के परखच्चे उड़ गये तो कुछ शहीद जवानों के शरीर बुरी तरह से छतिग्रस्त हो गये थे,इधर आईजी नक्सल विरोधी आँपरेशन विवेकानंद सिन्हा ने कहा कि नक्सलियो ने बुद्धवार सुबह कोबरा बटालियन पर हमला किया था वही जवाबी हमले में नक्सली भाग गये थे,इसके बाद जब सीआरपीएफ़ के 11 जवान एमपीवी में बैठकर और 25 पैदल गश्त पर सर्चिग करने निकले थे तभी धात लगाये नक्सलियों ने यह विस्फ़ोटक हमला किया। यह बारूदी हमला इतना शक्तिशाली और खतरनाक था कि इसमें वाहन हवा में उछलकर सड़क से 10 फ़ुट दूर गिरा।बताया जाता है इस हमले से पहले एस. पी. और एएसपी इसी सड़क से गुजरे थे।

इस नक्सली हमले में उत्तर प्रदेश के तीन मध्यप्रदेश के दो राजस्थान,उडीसा, और बिहार का एक एक जवान शहीद हुआ है।जिसमें म. प्र.के मुरेना के रहने वाले शहीद एएसआई रामकिशन सिंह तोमर भिंड के जवान जितेन्द्र सिंह सहित हेड कांस्टेबल लक्ष्मण कांसटेबल मनोज सिंह,एच. एस. चन्द्र,मनोरंजन लेन्का,शोभित शर्मा ,अजय यादव धर्मेन्द्र सिंह,शामिल है और कांस्टेबल मदन सहित एक अन्य जवान घायल हो गया जिनका रायपुर के अस्पताल में इलाज चल रहा है।

रायपुर की चौथी बटालियन में शहादत देने वाले सभी जवानों को आज सुबह गार्ड आँफ़ आँनर दिया गया और इस दौरान केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने श्रद्धांजलि अर्पित की, इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार शहीद जवानो के परिवार के साथ है वही इनके बलिदान से हमारे और हमारे जवानो के हौसले और बुलंद हुए है और अब नक्सली इसका अन्जाम भुगतने के लिये तैयार रहे वही उन्हों ने कहा कि आईईडी का डिडेक्शन सही तरीके से हो जाये तो नक्सलियो से निबटने में सहूलियत होगी मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इसकी  तकनीकि को और अधिक मजबूत बनाने की जरूरत है।

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शहीद जवानो के प्रति अपनी शोक संवेदनाये व्यक्त की है और म. प्र. के शहीद रामकिशन सिंह तोमर और जितेन्द्र सिंह के परिजनो को एक एक करोड़ की सम्मान राशि एक मकान और एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है।प्रदेश सरकार ने इन दौनो शहीदो के ग्रह गाँव में उनकी प्रतिमा की स्थापना का निर्णय भी लिया हैं।

जबकि खबरो के मुताबिक आज सभी शहीद जवानो की पार्थिव देह रायपुर से विमान से आज उनके घर रवाना कर दी गई है भुवनेश्वर उडीसा के जवान मनोरंजन लेंका और एस. एच. चन्द्रा का शव जब उनके घर पहुंचा तो काफ़ी गमगीन माहौल था। परिजनो की स्थिति काफ़ी खराब थी तो वहाँ मौजूद सभी की आँखे नम थी,यही हाल म. प्र. के मुरेना के पोरसा के गाँव तरसमा के रामकिशन सिंह और भिंड के रहने वाले जितेन्द्र सिंह के घर भी देखा गया। दौनो ही होली के त्योहार पर अपने अपने घर आये थे, और रामकिशन सिंह अपनी बेटी पिन्की की शादी के लिये चिन्तित थे कुछ रिश्तों को देखने के बाद छुट्टी खत्म होने पर पत्नि प्रभादेवी से जल्द आने की कह कर गये थे,इनके एक बेटा विनय भी है,वही जितेन्द्र की शादी 2011 में सोनम से हुई थी, इनके तीन बच्चे बेटी रुचि (4 साल) शहजल (3 साल) और एक 2 वर्षीय बेटा आशुतोश है।इन सभी के शहर गाँव में बेहद गम का माहौल देखने में आ रहा है।

Alkendra Sahay

The author Alkendra Sahay

A Senior Reporter

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