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निसर्ग तूफान ने मुंबई सहित महाराष्ट्र के कई शहरों में कहर बरपाया

  • निसर्ग तूफान ने मुंबई सहित महाराष्ट्र के कई शहरों में कहर बरपाया

  • गुजरात के भी कई शहर हुए प्रभावित…

  • समुद्री लहरों ने डराया तेज तूफानी हवाओ के साथ भीषण बारिश …

मुंबई ,अहमदाबाद– अरब सागर से आया निसर्ग चक्रवाती तूफान मुंबई से 80 किलोमीटर दूर मुराद जजीरा और अलीबाग के बीच से गुजरकर आगे बढ़ गया इस दौरान करीब 100 से 120 किलोमीटर प्रति घंटा की तेज रफ्तार से चली हवाओं ने अलीबाग रायगढ़ और रत्नागिरी में कहर बरपाया और समुद्र से कई फ़ीट ऊची उछलती लहरे ख़ौफ़नाक तरीके से डरा रही थी।

जबकि गुजरात के कई इलाको और दमन में भी एनडीआरएफ नो सेना और पोस्ट गार्ड की टीमें तैनात रहकर नजर रखे रही। जबकि तटीय इलाकों से करीब एक लाख लोगों को सुरक्षित क्षेत्रों में डिप्लॉय किया गया।

लेकिन फिलहाल आफत टल गई 129 साल बाद सदी का सबसे बड़ा यह चक्रवाती निसर्ग तूफान आज आया एक तरफ कोरोना का संकट उंसके साथ कुदरत का यह तूफानी कहर ।

बुद्धवार को दोपहर 1 बजे बाद रायगढ़ जिले के अलीबाग के पास समुद्री तट से चक्रवाती निसर्ग तूफान टकराया और इसने रत्नागिरी में आफत बरपाना शुरू कर दिया इसके साथ इस तूफान के साथ तेज हवाओं और बारिश ने मुंबई, नवी मुंबई रायगढ़ पालघर अलीबाग रत्नागिरी में काफी उत्पात मचाया ।

इस दौरान करीब 2 सौ पेड़ जड़ से उखड़ गए करीब एक दर्जन मकान क्षतिग्रस्त हो गये जबकि मुंबई सहित गुजरात के सूरत द्वारिका बलसाड़ और गिरसोमवा और दमन में भी निसर्ग तूफान का असर देखा गया ।

तूफानी हवाओ के साथ झूम कर बारिश शुरू हो गई जबकि महाराष्ट्र और गुजरात के इन तटीय इलाकों से एनडीआरएफ़ की 43 ,कोस्ट गार्ड और बीएमसी की टीमों ने एक लाख लोगों को रेस्क्यू किया और करीब 190 लोगों को राहत शिविरों में भेजा गया।

लेकिन करीब 4 घंटे आफत बरपा कर 5 बजे यह तूफान नॉर्थ ईस्ट की ओर आगे बढ़ गया ।

इस तरफ यह तूफानी आफत टल गई लेकिन अपने पीछे अपने कहर के चिन्ह छोड़ गया इस निसर्ग तूफान की 3 घंटे ही तेजी रही लेकिन उसने लोगों को काफी डरा दिया लोग इस दौरान घर में कैद रहे।

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