ग्वालियर/ ग्वालियर जिले के ग्राम जोरा और शिवपुरी के सीहोर गांव में 30 किलोमीटर की रेंज में शुक्रवार को उस समय अफरा तफरी मच गई जब खेतो में अचानक ठोस और गोल आकार के 7 गोले एक के बाद एक करके नीचे गिरे, गिरने के दौरान चमकदार दिख रहे इन गोलों के गिरने से जमीन में लगभग 2 फीट गहरा गड्ढा हो गया है। ग्रामीणों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी तो पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच गए और आसपास जमा भीड़ को खेत से दूर रहने की हिदायत दी। वहीं वरिष्ठ अधिकारियों को भी घटना से अवगत करा दिया है। लेकिन यह गोला काहे का है कोन सी धातु का है उसको लेकर लोगों के बीच अलग-अलग चर्चाएं शुरू हो गई। खबर मिलने पर स्थानीय पुलिस फोरेंसिक टीम और बम डिस्पोजल दस्ता मौके पर पहुंचा वैज्ञानिक परीक्षण के बाद टीम ने बताया गया कि यह गोले टायटेनियम धातु के है जो संभवत: सेटेलाइट या अंतरिक्ष यान से हाइड्रोजन फ्यूल खत्म होने पर नीचे गिरे है।
शुक्रवार को ग्वालियर जिले के आज भितरवार ब्लॉक में आने वाले ग्राम जोरा श्यामपुर में 4 बेलगड़ा में एक और शिवपुरी के सीहोर गांव में 2 चमकदार गोले खेतों में गिरे जोरा के किसान पूरन आदिवासी के खेत में धान की फसल का कार्य चल रहा था। आसपास के खेतों में भी किसान काम कर रहे थे। इस दौरान आसमान से एक चमकती हुई चीज नीचे आती दिखाई दी आई और खेत के बीच जा गिरी। राहगीर रामलखन धानुक ने बताया कि यह वस्तु जो गोलाकार ठोस आकार में है ग्रामीणों का कहना था कि यह वस्तु चमक के साथ गोलाकार आकार में चक्कर लगाती घूमती हुई आई और अचानक खेत में जाकर गिरी। अलग अलग जगह गिरे इन गोलों से लगभग 2 फीट गहरा गड्ढा भी हो गया। उसके बाद यह घूमती हुई दूसरी जगह पहुंच गई।
जैसे ही घटना की जानकारी गांव में लगी तो आसपास के खेतों में काम कर रहे लोगो के साथ गांव से भी काफी तादाद में ग्रामीण मौके पर पहुंच गए और देखते ही देखते काफी बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ लग गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल पुलिस को सूचना दी गई तो थाना प्रभारी रमाकांत उपाध्याय भी तत्काल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। उन्होंने सुरक्षा के मद्देनजर ग्रामीणों को घटनास्थल से दूर रहने की हिदायत दी। वरिष्ठ अधिकारियों को भी मामले से अवगत करा दिया है। बताया जा रहा है कि भितरवार एसडीएम डीएन सिंह भी मौके पर पहुंच गए थे।
खबर मिलने पर ग्वालियर से बम निरोधक दस्ता, फोरेंसिक टीम और विषेशज्ञ भी भितरवार पहुंच गए वैज्ञानिक परीक्षण के बाद पाया गया कि यह ठोस गोले 7 से 12 किलो बजन के है टीम ने जांच के बाद बताया कि यह गोले टाइटेनिक धातु से बने है और जो सेटेलाइट और अंतरिक्ष यान में प्रयोग में आते है लगता है हाइड्रोजन फ्यूल खत्म होने से यह नीचे गिरे होंगे, जबकि ग्वालियर के एसएसपी राजेश चंदेल ने बताया कि इन गोलों से किसी तरह का खतरा नहीं है वहीं वरिष्ठ प्रशासन ने इसको लेकर संबंधित विभागीय अफसरों को भी खबर दे दी है।