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भोपालमध्य प्रदेश

मुंगावली कोलारस उपचुनाव- आचार संहिता उल्लंघन मामला, मुख्यमंत्री सहित दो महिला मंत्रियों के खिलाफ आयोग का सख्त रवैया

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  • मुंगावली कोलारस उपचुनाव, आचार संहिता उल्लंघन मामला
  • मुख्यमंत्री सहित दो महिला मंत्रियों के खिलाफ आयोग का सख्त रवैया, दी चेतावनी मांगा जबाव

भोपाल / मध्यप्रदेश के मुंगावली और कोलारस में हो रहे विधानसभा उपचुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग का सख्त रवैया सामने आया हैं मतदान से एक दिन पहले शुक्रवार को आचार संहिता के उल्ल्घन मामले में की गई कार्यवाही के घेरे में मुख्यमंत्री सहित उनकी केबीनेट की दो महिला मंत्री भी गिरफ़्त में आ गई,वही एक भाजपा विधायक को आयोग ने हिरासत में लेने के बाद जिला बदर कर दिया।तो एक बीजेपी विधायक को वोट के बदले नोट बाँटने का दोषी मानते हुए उनके खिलाफ़ आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया।

निर्वाचन आयोग ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को चुनावो के दौरान अपने भाषणों में शब्दों की मर्यादा रखने के साथ संयम बरतने की सलाह दी है जैसा कि मुख्यमंत्री ने गत 18 फ़रवरी को मुंगवली में कहा कि कुछ बोलूंगा तो कांग्रेस को शिकायत का मौका मिल जायेगा,आचार संहिता लागू है लेकिन कब तक रहेगी, उन्होंने यह भी कहा कि कुकरेटा और बक्सनपुर के निवासियो को नदी में से नही जाने दूंगा इससे ज्यादा कहूंगा तो घोषणा माना जायेगा, मुख्यमंत्री के इस भाषण को चुनाव आयोग ने आचार संहिता का उल्लंघन माना।

जबकि मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया को आयोग ने मतदाताओं को धमकाने का दोषी माना है आयोग उनके जबाव से संतुष्ट नही हुआ और उनकी निंदा करते हुए उसने यशोधरा राजे को हिदायद दी है कि वे जिम्मेदार नेता होने के नाते वे चुनावी सम्बोधन में खुद पर काबू रखे,यशोधरा ने एक चुनावी सभा में कहा था कि यदि पंजा ( कांग्रेस) जीता तो आपका कोई भी काम नही करूंगी,आयोग ने मंत्री माया सिंह को एक वक्तव्य मामले में कलेक्टर के क्लीन चिट देने के बाद अपनी जांच में दोषी पाया और नोटिस थमा दिया और उनसे 25 फ़रवरी तक जबाव मांगा हैं आयोग ने स्पष्ट किया है यदि उन्होंने जबाव नही दिया तो स्वत: कार्यवाही की जायेगी।माया सिंह ने एक चुनावी सभा में कहा था कि यदि आपने बीजेपी को वोट नही दिया तो सरकारी योजनाओं का आपको लाभ नही मिलेगा।

22 फ़रवरी को शाम प्रचार खत्म होने के बाद 16 एफ़आईआर दर्ज हुई हैं,जिसमें भाजपा के दो विधायको नरेंद्र सिंह कुशवाह (भिंड)और शैलेन्द्र जैन (सागर) और कांग्रेस विधायक महेन्द्र सिंह सिसोदिया (बम्होरी) को आरोपी बनाया गया है, कुशवाह कोलारस के वोटरो को नोट बाँटने के दोषी है,शिकायत के बाद आरोप सही पाये गये,वही विधायक जैन शुक्रवार को मुंगावली में घूमते पाये गये जिन्हें पुलिस ने उन्हें आचार संहिता उल्लंघन मामले में हिरासत में लेने के बाद मुचलके पर रिहा कर दिया और जिले से बाहर लाकर छोड़ दिया।

इसके अलावा विदिशा सहकारी बैंक के अध्यक्ष राधेश्याम शर्मा, मंत्री जयभान सिंह पवैया के निज सचिव अमित श्रीवास्तव को कांग्रेस की शिकायत पर हिरासत में ले लिया गया जबकि मुंगावली के कांग्रेस प्रत्याशी ब्रजेन्द्र सिंह यादव को वोट के लिये नोट बांटने की शियायत की जाँच में निर्दोष पाया गया कलेक्टर ने उन्हें क्लीन चिट दे दी,वही वाहन मामले में कांग्रेस प्रत्याशी के भाई दर्शन सिंह सहित तीन लोगों को दोषी पाया गया,और कोलारस के कांग्रेस प्रत्याशी महेन्द्र यादव के दामाद अमित यादव और बीजेपी विधायक शैलेन्द्र जैन के भाई पर वोटरो को धमकाने की शिकायत पर एफ़आईआर दर्ज की गई है।

Alkendra Sahay

The author Alkendra Sahay

A Senior Reporter

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