- मुंबई सीरियल बम ब्लास्ट के आरोपी अबू सलैम और करीमुल्ला को उम्र कैद
- ताहिर और फ़िरोज को फ़ाँसी और रियाज को 10 साल की सजा टांडा कोर्ट ने सुनाई
मुंबई – मुंबई सीरियल बम ब्लास्ट के मुख्य आरोपी अबू सलैम और करीमुल्ला शेख को टान्डा कोर्ट ने दो मामलों में आजीवन कारावास और 2 लाख का जुर्माना लगाया है,अहम बात है कि इस घटना की साजिश रचने के लिये फ़िरोज खान और ताहिर मार्चेन्ट को टान्डा कोर्ट ने फ़ाँसी की सजा का ऐलान किया है साथ ही इस ब्लास्ट के पाँचवें आरोपी रियाज सिद्दीकी को 10 साल की कैद की सजा सुनाई है, तरह इस 24 साल बाद इस सीरियल बमकांड के आरोपियो को सजा मिल सकी है।
अबू सलैम को पुर्तगाल से प्रत्यार्पण कर लाया गया था जिसमें शर्त थी कि उसे फ़ाँसी की सजा हो सकी जबकि इस बम ब्लास्ट का यह मुख्य आरोपी था और उसपर 9 मामले कायम थे 4 सीबीआई के 2 दिल्ली और 3 मामले मुंबई के शामिल थे जिसमें कारोबारी प्रदीप जैन की हत्या का मामला भी शामिल है बताया जाता है अभी तीन मामलो मे उम्र कैद की सजा अबू सलैम को मिली है, और 2 लाख का जुर्माना भी उसपर लगाया गया है प्रत्यार्पण की शर्तो की बजह से उसे फ़ाँसी की सजा नही मिल सकती थी।
इसके साथ करीमुल्ला शेख को भी उम्रकैद और 2 लाख जुर्माना लगाया गया है जबकि ताहिर मर्चेट उर्फ़ टकला, और फ़िरोज खान दोनो मुंबई ब्लास्ट के लिए दाऊद के साथ दुबई में हुई बैठक में शामिल हुएं थे इस तरह अबू सलैम के साथ यह दोनों हत्या और घटना की साजिश रचने के मुख्य आरोपी माने गये थे और इन दोनो को कोर्ट ने फ़ाँसी की सजा दी परन्तु अबू सलैम पुर्तगाल के साथ हुई प्रत्यार्पण सन्धि की बजह से फ़ाँसी से बच गया,जबकि सलैम 2005 से मुंबई की जेल में है इस तरह उम्र कैद के 25 साल की सजा मे करीब 12 साल घट जाने के बाद फ़िलहाल उसे 13 साल और जेल में काटना पड़ेगे,यदि भारत सरकार मामले को आगे बड़ाती है तो अन्य मामलो मे सजा बड़ाई जा सकती है पर यह फ़ैसला सरकार को लेना है,कि वह प्रत्यार्पण की शर्तो को कहा तक मानती है,जबकि रियाज सिद्दीकी ने अबू सलैम को अपना वाहन दिया था जिससे वह घटना को अंजाम देने के लिये गुजरात से हथियार और विस्फ़ोटक लाया था यही बजह कि रियाज वाहन देने का दोषी माना गया और उसे 10 साल की कैद की सजा टांडा कोर्ट ने सुनाई है।
12 मार्च सन् 1993 देश का वह काला दिन था जिस दिन मुंबई में सीरियल बम ब्लास्ट हुएं ,जो मुंबई के अलग अलग इलाको में हुएं थे जिसमें 257 लोगों की दर्दनाक मौत हुई थी,और 713 लोग बुरी तरह जख्मी हुएं थे इसके साथ 27 करोड़ की सम्पत्ति नष्ट हो गई थी इस भयावह घटना से मुंबई जहां एकाएक थम सी गई थी तो भारत ही नही अन्य देश भी अवाक रह गये थे,इस घटना का मुख्य आरोपी अबू सलैम सहित 5 आरोपी फ़रार हो गये थे जिसमे अबू सलैम मोनिका बेदी के साथ पुर्तगाल मे पकड़ा गया था वही अन्य चार आरोपी भी मुंबई पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिये थे वही 2005 में अबू सलैम को पुर्तगाल से प्रत्यार्पण सन्धि के तहत भारत लाया गया था,तभी से वह जेल में था।