भोपाल/ मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में इस बार एक काफी हैरान करने वाली बात सामने आई है जिस नेता को बीजेपी ने टिकट दिया उसी के परिवार के व्यक्ति को कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया है जिससे साफ है कोई भी जीते विधायक तो घर का ही बनेगा। लेकिन कुछ रिश्तेदारों के बीच तल्खी भी देखने को मिल रही है। लेकिन इन मुकाबलों से यह बात भी साफ होती है जीते या हारे विधायकी तो परिवार में ही रहेगी यानि उम्मीदवारों के दोनों हाथों में लड्डू है।
जेठ के सामने परिवार की बहू ने सम्हाला मैदान …
सागर विधानसभा के लिए बीजेपी ने मौजूदा विधायक शैलेंद्र जैन को टिकट दिया है जो तीन बार इस विधानसभा से जीत का परचम फहरा चुके है लेकिन कांग्रेस ने उनके मुकाबले उन्हें के छोटे भाई सुनील जैन की पत्नी निधि जैन को अपना प्रत्याशी बनाया है खास बात है सुनील जैन खुद भी देवरी से कांग्रेस के विधायक रह चुके है यहां परिवार की बहू और जेठ में काफी रोचक मुकाबला देखने को मिल रहा
समधी और समधिन के बीच रोचक लड़ाई …
ग्वालियर जिले की डबरा (आरक्षित) सीट पर रिश्ते में समधी और समधिन के बीच मुकाबला है समधिन है इमरती देवी जिन्हें बीजेपी ने अपना उम्मीदवार बनाया जबकि कांग्रेस ने मौजूदा विधायक सुरेश राजे को अपना प्रत्याशी बनाया है जो रिश्ते में इमरती देवी के सामधी लगते है। यह दोनों तीसरी बार आमने सामने है और दोनों ने एक एक बार जीत दर्ज की है 2020 में दोनो ने पाला बदल कर एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ा है। पिछले दिनों दोनों के बीच विवाद की स्थिति भी उत्पन्न हुई थी और रिश्तेदारी को अलग रखकर आरोप प्रत्यारोपों का दौर भी खूब चला था साफ है राजनीति में सब कुछ संभव है।
भतीजा और चाचा आमने सामने …
टिमरनी विधानसभा सीट पर खास चाचा और भतीजे के बीच मुकाबला है भाजपा ने मोजूदा विधायक संजय शाह को फिर से अपना उम्मीदवार बनाया है जबकि कांग्रेस ने उनके भतीजे अभिजीत शाह को अपना प्रत्याशी बनाया है खास बात है यह पहली बार नहीं दूसरी बार एक दूसरे के विरुद्ध चुनावी मैदान में है पिछली बार चाचा संजय शाह ने अपने भाई के बेटे अभिजीत को हराया था।
यहां भी चाचा भतीजा के बीच मुकाबला …
देवतालाब सीट पर भी चाचा भतीजे एक दूसरे के आमने सामने है बीजेपी ने यहां से विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गोतम को फिर से मौका दिया है जबकि कांग्रेस ने उनके भतीजे पद्मेश गोतम को टिकट दिया है पद्मेश गिरीश गोतम के बड़े भाई के बेटे है। जबकि जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में पद्मेश ने गिरीश गोतम के पुत्र राहुल को हराया था
भाई भाई आमने सामने …
लेकिन नर्मदापुरम का मामला कुछ खास है यहां एक ही पार्टी में रहे दो भाई आज आमने सामने है बीजेपी ने इस सीट से सीताशरण शर्मा को प्रत्याशी बनाया है जबकि कांग्रेस ने उनके छोटे भाई गिरिजाशंकर शर्मा को टिकट दिया जो हाल में ही भाजपा छोड़कर आए है उल्लेखनीय है कि दोनों ही भाई बीजेपी से विधायक रहे है सीताशरण 5 बार के विधायक है तो गिरिजाशंकर शर्मा दो बार बीजेपी से विधायक रह चुके है अब पहली बार दोनों एक ही सीट से चुनाव लड़ रहे है आज इस जालिम राजनीति ने दोनों भाइयों को अलग अलग राह का राहगीर बना दिया। गिरिजा शंकर शर्मा कहते है मुझे तो पहले ही टिकट मिल गया था पहले कहा था भाई के सामने चुनाव नही लडूंगा पर अब तो मैदान छोड़ने का मेरा इरादा नहीं है।