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कांग्रेस का हार पर मंथन, कांग्रेस को आस्तीन के सांपों से बचाने के साथ पर्यवेक्षक के खिलाफ फूटा गुस्सा

Jeetu Patwari Takes Meeting
Jeetu Patwari Takes Meeting

भोपाल / मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी की प्रदेश मुख्यालय पर शनिवार को विधानसभा चुनाव के कांग्रेस के प्रत्याशियों की बैठक हुई जिसमें चुनावों में हार को लेकर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने चर्चा की तो हारे हुए उम्मीदवारों का आक्रोश खुलकर सामने आ गया, उन्होंने कहा कि कांग्रेस को बड़े नेताओं के पाले हुए सांपो से खतरा है जो खुलेआम घूम रहे है उन्होंने वरिष्ठ नेतृत्व के साथ केंद्रीय पर्यवेक्षकों के खिलाफ भी खुलकर अपनी भड़ास निकाली और उन्हें हार के लिए जिम्मेदार बताया इतना ही नहीं केंद्र से पर्यवेक्षक नही भेजने को भी कहा।

गुना विधानसभा से चुनाव लड़े पंकज कनेरिया ने कहा कोंग्रेस की आस्तीन में सांप नही बल्कि यहां खुलेआम सांप घूम रहे है जो कांग्रेस में रहकर ही कोंग्रेस को नुकसान पहुंचा रहे है और यह बड़े लोगों के पाले हुए है सबाल है कि हम अपनी बात कहा रखें। ऐसे लोगों से पूछा जाना चाहिए कि जो आरोप इनपर लग रहे है इसपर उनका क्या कहना है और शिकायत सच है तो इनपर कठोर कार्यवाही होना चाहिए।

जबकि अशोकनगर जिले की मुंगावली सीट से प्रत्याशी रहे राव यादवेंद्र सिंह यादव ने कहा यदि पार्टी को नुकसान देने वाले लोगों के खिलाफ एक्शन नही होती तो आने वाले लोकसभा चुनाव में भी ऐसे ही परिणाम आएंगे,उन्होंने कहा लाड़ली बहना स्कीम का लाभ लेने वाली महिलाओं को बीजेपी ने फोन करके कहा कि यदि बीजेपी को वोट नहीं दोगी तो यह स्कीम बंद हो जाएंगी लेकिन कांग्रेस ने प्रदेश स्तर से अपनी नारी सम्मान योजना को लेकर कोई फोन या प्रचार प्रसार नही किया।

बुरहानपुर के प्रत्याशी रहे सुरेंद्र सिंह शेरा ने ताकीद करते हुए साफ कहा EVM के खिलाफ केंद्रीय स्तर पर दिल्ली से बड़ा आंदोलन शुरू होना चाहिए। उन्होंने कहा जिन लोगों ने कांग्रेस का खुलकर विरोध किया उनकी राष्ट्रीय सचिव और प्रदेश प्रभारी को लिस्ट दी है चाहे तो उसे क्रास चैक करा ले, अब हमें कोंग्रेस की नई शुरूआत करना चाहिए, उन्होंने साफ कहा चुनाव से पहले केंद्र को परवेक्षक भेजना बंद करना चाहिए यही से गड़बड़ी की शुरूआत होती है। उन्होंने कहा लोकसभा चुनाव के लिए अभी से मेहनत की जरूरत है जनवरी में ही चर्चा कर के लोकसभा के कैंडिडेट खोज पूरी होना चाहिए फिर उसे जिताने के लिए फोज की तैयारी हो।

अनूपपुर से प्रत्याशी रहे रमेश राजपूत ने कहा यह मेरा पहला चुनाव था हम भाजपा के अंडर करेंट को नही भांप सके वही संगठन ने भी अपेक्षित काम नहीं किया महिलाओं के 52 फीसदी वोट भाजपा को मिले जबकि हमारे मुद्दे मंहगाई बेरोजगारी और भ्रष्टाचार प्रभावी नहीं रहे उन्होंने कहा संगठन को सख्त अनुशासन के ज़रिए मजबूत बनाने की जरूरत है।

विधानसभा चुनाव की हार के साथ आगामी लोकसभा चुनाव के लिए हुए इस मंथन की बैठक में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, पीसी शर्मा डॉ विजय लक्ष्मी साधो जोशी और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति प्रमुखता से मोजूद रहे।

Alkendra Sahay

The author Alkendra Sahay

A Senior Reporter

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