मुख्यमंत्री ने की उपवास के बहाने किसानो को शान्त करने कोशिश,कहा हिंसा और अराजकता बर्दाश्त नही,हम किसानो के साथ,सम्वाद से ही होगा समस्या का हल… म.प्र. के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने आज से भोपाल के भेल दशहरा मैदान पर उपवास शुरू किया,वहा मोजूद लोगो और किसानो को संबोधित कर उन्होने कहा जब तक प्रदेश मै शान्ति बहाल नही होगी उनका यह उपवास कार्यक्रम जारी रहेगा,सी. एम. ने कहा हिंसा से नही संवाद से ही किसानो की समस्याओ का समाधान हो सकता है,
वही उन्होने चेतावनी देते हुए कहा कि लोकतंत्र मै अलोकतांत्रिक तरीका बर्दाश्त नही होगा कांग्रेस को कटघरे मै खड़ा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा वे प्रदेश को हिंसा की आग मै नही झौकने दैन्गे ,वही अराजक तत्वो से सरकार सख्ती से निपटेगी,
हर तरफ़ से घिरने पर किसानो से चर्चा करने उपवास पर बैठे मुख्यमंत्री किसानो और जनता को भगवान बताने से भी नही चूके के और कहा की सभी निर्णय किसानो के हित मै होंगे,मै पिछले 11 सालो से सरकार चला रहा हूं हमने खेती को लाभ का धंधा बनाने के प्रयास किये,खाद बीज उपलब्ध कराया,दाल दलहन गैहू के खरीद मूल्यो मै बडोतरी सरकार ने की उन्होने अन्य मान्गो पर किसानो को चर्चा पर आमंत्रित करते हुए कहा किसानो के बिना प्रदेश आगे नही बड़ सकता,हम यह भी निर्णय ले रहे है किसान की जमीन उसकी अनुमति के बिना कोई नही ले सकेगा,इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर,सी.एम.की पत्नि साधना सिंह,अन्य मंत्री,भाजपा नेता,कुछ किसान संगठन,किसान मोजूद थे,
लेकिन एक बात तो सही है कि दस दिनो से चल रहे इस किसान आंदोलन से मुख्यमंत्री सहित उनकी सरकार की चूले जरूर हिल गई है क्यो कि इस बार इस किसान आंदोलन को रोकने या उस पर अंकुश लगाने मै सरकार और उसका प्रशासन पूर्णत: नाकाम रहा है और मन्दसौर मै 6 किसानो की पुलिस की गोली से हूयी मोतो से सरकार बैकफ़ुट पर आ गयी है यही बजह है मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान जहा दंगे हुए वहा जाने की हिम्मत नही जुटा पा रहे,और वे भोपाल मै अनशन पर बैठ अपने को ज्यादा है सुरक्षित महसूस कर रहे है,