जब बेटी को बचाने तेंदुए से भिड गई मां
ग्वालियर– कहते है कि मां आखिर मां होती है, वो अपने बच्चों पर आई किसी भी मुसीबत को टाल देती है, फिर चाहे वो कमजोर क्यों ना हो। लेकिन वो अपने बच्चों पर आए खतरे को किसी खूखार शेरनी की तरह दुश्मन से भिड जाती है। ऐसा ही हुआ है मुरैना के भैसाई गांव में जहां अपनी 2 साल की बेटी को लेकर जा रही महिला पर अचानक खेत से निकल कर आए तेंदुए ने हमला बोर दिया। लेकिन मां आशा कुशवाह ने अपनी बेटी को बचाने के लिए तेंदुए पर हमला बोर दिया। घबराकर तेंदुआ वापस फिर खेतों में चला गया। मामला जौरा वन परिक्षेत्र के भैंसाई गांव का है जहां आशा नामक महिला अपनी दो साल की बेटी के साथ घर जा रही थी। इसी दौरान खेत से निकले एक तेंदुए ने महिला की बेटी पर हमला कर दिया।
अपनी बेटी को तेंदुए के शिकंजे में फंसा देख महिला ने हाथ से ही तेंदुए को मारना शुरु कर दिया। इस दौरान तेंदुए ने भी महिला पर कई वार किए। लेकिन महिला ने हार नहीं मानी और काफी देर तक तेंदुए से लड़ती रही। आखिर में तेंदुए की हार हुई और वो खेत में वापस भाग गया। जिसके बाद महिला बेटी को लेकर घर पहुंची। घर पहुंचने पर परिजन ने महिला को अस्पताल में भर्ती करवाया। तेंदुए के हमले से महिला के हाथ और पैर में चोटें आई हैं। लेकिन महिला की बहादुरी के लिए पूरे गांव में उसकी तारीफ हो रही है। वहीं वन विभाग ने तेंदुए की तलाश शुरु कर दी है।