नई दिल्ली, भोपाल / मितेन्द्र दर्शन सिंह को मध्यप्रदेश युवक कांग्रेस का नया अध्यक्ष बनाया गया है वर्तमान अध्यक्ष विक्रांत भूरिया ने राष्ट्रीय यूथ कांग्रेस अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी को लिखे पत्र में पिता के चुनाव प्रचार में व्यस्तता के चलते अध्यक्ष पद के साथ न्याय नहीं कर पाने का हवाला देते हुए स्वयं पद छोड़ने की पेशकश की थी और उनके बताने के चंद घंटे बाद ही मितेंद्र दर्शन सिंह की नियुक्ति आदेश जारी हो गया।
तेजतर्रार नेता विक्रांत भूरिया वर्तमान में झाबुआ से कांग्रेस के विधायक है उनके पिता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया रतलाम झाबुआ लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी है। विक्रांत ने राष्ट्रीय युवक कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी को लिखे पत्र में अनुरोध करते हुए बताया हैं कि आज कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस नेता राहुल गांधी लोकसभा चुनाव में जीत के लिए अकथ परिश्रम कर रहे है और एक एक सीट पर कांग्रेस के लिए जरूरी है इसलिए उनका सोच है कि रतलाम झाबुआ लोकसभा सीट पर भी कांग्रेस की जीत काफी महत्वपूर्ण है इसलिए वह इस सीट पर कांग्रेस को जिताने के लिए पूरी ताकत से लगे है इस व्यस्तता के कारण वह यूथ कांग्रेस अध्यक्ष पद के दायित्वों का निर्वाहन ठीक तरह से नहीं कर पा रहे जिससे उन्हें काफी तकलीफ हो रही है इसलिए यदि नेतृत्व उन्हें यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष पद से मुक्त कर किसी ऊर्जावान कार्यकर्ता को प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व प्रदान कर दे तो अत्यंत उचित और सही होगा। इस पत्र के करीब 4 घंटे बाद केंद्रीय नेतृत्व ने मितेंद्र दर्शन सिंह को युवक कांग्रेस का नया अध्यक्ष घोषित कर दिया।
मितेन्द्र सिंह ग्वालियर शहर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष एडवोकेट दर्शन सिंह के सुपुत्र है जो ज्योतिरादित्य सिंधिया के काफी नजदीकी और कट्टर समर्थक रहे,पिता दर्शन सिंह के 2016 में असामायिक निधन के बाद मितेंद्र सिंह कांग्रेस में सक्रिय हो गए थे लेकिन जब 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए तब मितेंद्र सिंह उनके साथ नही गए और कांग्रेस में ही मजबूती से डटे रहे। लगता है कांग्रेस के प्रति उनकी निष्ठा और ईमानदारी का प्रतिफल उन्हें पार्टी ने अध्यक्ष बनाकर आज दिया है।
जहां तक मितेंद्र दर्शन सिंह की योग्यता का सबाल है वह कांग्रेस के एक निष्ठावान सिपाही है उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया और लंदन की यॉर्क यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की। उनका पेशा किसान और वकील का है।