- 5 दिन पहले स्टेशन क्षेत्र में मिली बच्ची को किया परिजनों के हवाले,
- काॅलेज की छात्रा की सतर्कता से बची थी नाबालिग
ग्वालियर – एक कॉलेज स्टूडेंट की समझदारी से पुणे से अपनी 10 साल की सहेली के साथ ग्वालियर आ गई 8 साल की बच्ची को उसके पेरेंट्स वापस मिल गए। दोनों लड़कियां दो महिलाओं के साथ स्टेशन के पास थीं और रो रही थीं। इससे स्टूडेंट को शक हुआ, उसने पूछताछ की तो महिलाएं भाग गईं। बाद में स्टूडेंट ने पुलिस की मदद से वीडियो कॉल किया और पुणे से लड़कियों के पेरेंट्स को खोज निकाला। अब लड़कियां अपने पेरेंट्स के पास सुरक्षित हैं। ग्वालियर शहर के एक कॉलेज की स्टूडेंट रेणु सेठी 30 सितंबर की शाम को रेलवे स्टेशन के पास से निकल रही थीं। उनका फ्रेंड रूपेश भी साथ था।
उसी दौरान उन्होंने देखा कि दो लड़कियां महिलाओं के साथ जा रही थीं। दोनों लड़कियां रो रही थीं। यह देख रेणु को संदेह हुआ। एक महिला ने रेणु के सामने ही बड़ी बच्ची को थप्पड़ मारा तो रेणु से रहा नहीं गया, वह उनके पास पहुंची तो महिलाएं भाग गई। रेणु ने तत्काल पुलिस को फोन कर मौके पर बुला लिया। पुलिस सभी को थाने ले आई। थाने में रेणु ने प्यार से पूछा तो 8 साल की बच्ची ने अपना नाम सोनम पांडे बताया, उसने बताया कि वह पुणे में रहती है, उसके पिता एक प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं।
सोनम ने बताया कि दूसरी बच्ची उस घर के पास ही रहने वाली 10 साल की गुंजन है। वही उसे यह कह कर ट्रेन में ले आई कि ग्वालियर में उसकी दूसरी मां रहती है, जो सब बच्चों से बहुत लाड़ करती है। यहा पढने वाली और बच्ची को महिला के चंगुल से निकालने वाली रेणु का कहना है कि पड़ाव थाने के पास सोनम मिली थी गुंजन के साथ रो रही थी। मुझे शक हुआ तो मैनें पुलिस को कॉल किया इतने दो महिलाएं ओर भी आ गयी। जिन्होनें बच्ची को मेरे झगड़ने लगी इसलिए मुझे शक हो गया इस बच्ची को पकड़कर लाया गया है लेकिन बच्ची के पिता को ढ़ूढ निकला है, अब बच्ची अपने घर जा रही है।