भोपाल/ गुजरात एटीएस और नेशनल कंट्रोल ब्यूरो ने भोपाल के बगरोदा इंड्रिस्ट्रीयल एरिये में एक फैक्ट्री में रेड करके 1814 करोड़ कीमत की मेफेड्रॉन (MD) ड्रग बरामद की है इस सयुक्त कार्यवाही में तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है गुजरात एटीएस आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद ट्रांजिट रिमांड पर गुजरात ले गई हैं। लेकिन शाम बात है कि राजधानी में इतना बड़ा ड्रग का कारोबार फल फूल रहा था लेकिन मध्यप्रदेश पुलिस और उसके खुफिया तंत्र को कोई जानकारी नहीं हो पाई।
यह फैक्ट्री भोपाल के कटारा हिल्स थाना क्षेत्र में आने वाले बगरोदा गांव के इंड्रस्ट्रीयल क्षेत्र में है। इस फैक्ट्री में मादक पदार्थ मेफेड्रोन बड़े पैमाने पर तैयार किया जा रहा था जिसकी खपत गुजरात में भी की जा रही थी गुजरात एटीएस ने जब खोजबीन की तो उसके तार मध्यप्रदेश के भोपाल से जुड़े पाएं। एटीएस गुजरात के डीएसपी एमएल चौधरी ने बताया कि जानकारी मिली कि भोपाल का अमित चतुर्वेदी और महाराष्ट्र के नासिक का कुख्यात ड्रग माफिया सान्याल बाने मिलकर भोपाल के बगरोदा औद्योगिक क्षेत्र में एक फैक्ट्री में मादक पदार्थ मेफेड्रोन का अवैध निर्माण उसकी सप्लाई और बिक्री में शामिल है।
एटीएस टीम के अधिकारी ने बताया 1 kg ड्रग्स के साथ पकड़े गए आरोपी सान्याल बाने के जमानत पर छूटने पर वह उसपर नजर रखे थी इस बीच उसके कई चक्कर भोपाल इंदौर उज्जैन के लगे और भोपाल के इंड्रस्ट्रीय एरिए में उसकी गतिविधि बड़ी तो उन्हें शक हुआ जांच में पता चला कि एक बंद फेक्ट्री का वेंटीलेशन ग्राउंड लेबल पर हुआ है सामान्यतः यह केमीकल फेक्ट्री में होता है क्योंकि अन्य फेक्ट्रियो में धुएं का निकास ऊपरी तरफ चिमनी या वेंटीलेशन छत पर होता है जिससे जांच टीम का शक बड़ा हमारी 17 पुलिस कर्मियों की टीम गोपनीय रूप से जांच के लिए करीब डेढ़ महीने तक भोपाल में रुकी इस दौरान अहमदाबाद एटीएस ऑफिस से सर्विलांस किया जा रहा था इस तरह तीन मोर्चो पर जांच करने के उपरांत हम देश की सबसे बड़ी ड्रग्स प्रोसेसिंग फेक्ट्री को पकड़ने में कामयाब हुए।
इस तरह वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर गुजरात एटीएस की एक टीम भोपाल आई और उसने करीब डेढ़ महीने तक गोपनीय तरीके से इस फैक्ट्री पर नजर रखी और साक्ष्य इकठ्ठा किए जब यह पुख्ता हो गया तो टीम ने गुजरात एटीएस के वरिष्ठ अधिकारियों को पूरी जानकारी दी पक्की जानकारी होने पर गुजरात के अधिकारियों ने दिल्ली केंद्रीय नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) से संपर्क किया। उसके बाद गुजरात ATS और NCB ने 5 अक्टूबर सोमवार को बगरोदा की फेक्ट्री पर सयुक्त रेड डाली। तो वहां का काला कारोबार देखकर तो एक बार वह भी चौक गए।
यहां एमडी ड्रग बनाने का काम जोरों पर चल रहा था और रोज 25 किलोग्राम मेफेड्रोन मादक पदार्थ का उत्पादन हो रहा था यहां इसे बनाने में इस्तेमाल होने वाला करीब 5000 किलोग्राम कच्चा माल बरामद हुआ तलाशी लेने पर 907.09 किलोग्राम मेफेड्रोन जो ठोस और तरल पदार्थ की शक्ल में था जब्त किया गया जिसकी अंतराष्ट्रीय बाजार में कीमत 1814.18 करोड़ रुपए की आंकी गई है इस दविश में एमडी ड्रग बनाने में प्रत्युत उपकरण भी भारी मात्रा में मिले है जिसमें ग्राइंडर मोटर ग्लास्क फ्लास्क बड़े हीटर और अन्य उपकरण और यंत्र शामिल हैं। लेकिन जब टीमें फेक्ट्री के अंदर जांच करने पहुंची तो उन्हे काफी परेशानी हुई क्योंकि बिना फेस मास्क के वहां जाना संभव नहीं था जब सांस लेने में परेशानी आई तो केमीकल रैसीस्टेंट फेस मास्क मंगाए गए जिन्हें लगाने के बाद तलाशी अभियान चलाया गया।
ATS और NSB की टीम ने इस दौरान सान्याल प्रकाश बाने और अमित चतुर्वेदी को गिरफ्तार कर लिया इसके अलावा एक अन्य आरोपी हरीश आंजना निवासी मंदसौर को भी टीम ने पकड़ा है। ड्रग आरोपियों को रविवार को एटीएस ने भोपाल में कोर्ट में पेश किया और गुजरात लेजाने के लिए उन्हे ट्रांजिट रिमांड पर लिया अब गुजरात एटीएस उनसे पूछताछ कर अन्य जानकारी इकठ्ठा करेगी और मालूम करेगी कि यह नशे का गोरखधंधा कहा कहा फैला था और उनकी सप्लाई कहा तक जुड़ी हैं और इसमें कोन कोन और लोग शामिल है।
बताया जाता है महाराष्ट्र के नासिक का रहने वाला सान्याल प्रकाश बाने (उम्र 42 साल) इस अवैध काम का मुख्य कर्ताधर्ता है जो 2017 में अंबोली पुलिस थाना क्षेत्र में 1 kg ड्रग के साथ पकड़ा गया था 5 साल जेल में रहने के बाद जब यह बाहर आया तो इसने पूरी तरह से इस धंधे में उतरने का प्लान बनाया और भोपाल में अपने दोस्त अमित चतुर्वेदी से संपर्क कर उसे साथ लिया और अमित ने ही 7 महिने पहले भोपाल के बगरोदा इलाके में बंद एक फैक्ट्री के शेड को किराए पर लिया और दोनों ने मिलकर यह ड्रग बनाने का काम शुरू किया, 6 महिने से यह इस फैक्ट्री में ड्रग एमडी तैयार कर रहे थे और रोजाना करीब 25 किलोग्राम सफेद पावडर ड्रग तैयार कर रहे थे। बताया जाता है भोपाल के हुजूर का रहने वाला अमित चतुर्वेदी एमएससी पास है और वह पहले से केमीकल सप्लाई का काम कर रहा था वही पूरा कच्चा मटेरियल उज्जैन और इंदौर से लाता था। सोमवार को एटीएस और एनसीबी की टीम ने फेक्ट्री में छापेमारी के दौरान दोनों को गिरफ्तार कर लिया था। बताया जाता है यह फेक्ट्री किसी एसबी सिंह की बताई जाती हैं।