भोपाल / मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित बल्लभ भवन के गेट नंबर 5 और 6 के बीच मंत्रालय भवन में आज सुबह भीषण आग लग गई, बिल्डिंग का यह हिस्सा मंत्रालय के नए भवन को जोड़ता है आग को बुझाने के लिए सेना ने मोर्चा सम्हाल लिया है साथ ही भेल सहित भोपाल विदिशा और रायसेन के 60 दमकल गाड़ियां और दस्ते आग बुझाने में लगे हुए है इस अग्निकांड में मंत्रालय के 5 कर्मचारी घिर गए उनमें से एक कर्मचारी घायल हुआ जिसे जेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है इस अग्निकांड में अहम दस्तावेज जलने की खबर है जबकि आग लगने के सही कारणों का खुलासा नही हुआ है शॉर्ट सर्किट से आग लगने की संभावना जताई जा रही है। जबकि 5 घंटे की मशक्कत के बाद भी फिलहाल आग पर पूरी तरह काबू नही पाया जा सका है। बताया जाता है इंदौर और पीथमपुर से भी दमकल की गाड़ियां बुलाई गई है।
शनिवार को सुबह करीब 8 बजे मंत्रालय की छुट्टी थी सुबह अचानक पुराने मंत्रालय भवन के दूसरे दूसरे तीसरे माले में आग लगना शुरू हुई और जिसने देखते देखते रौद्र रूप ले लिया और वह पांचवें हिस्से की तरफ बड़ने लगी खबर मिलने पर प्रशासन और पुलिस के अधिकारी पहुंच गए और स्थानीय प्रशासन के साथ सेना एसडीआरएफ ने मोर्चा सम्हाल लिया और निगम बीएचईएल के अलावा विदिशा रायसेन से भी फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर आ गई करीब 40 दमकल गाडियों से फायर दस्ते ने आग बुझाना शुरू की लेकिन आग अगले हिस्से से पिछले हिस्से तक पहुंच गई जिसे बुझाने के युद्धस्तर पर प्रयास चल रहे थे।
पुरानी बिल्डिंग में लगी आग ने धीरे धीरे नई बिल्डिंग की ओर बढ़ना शुरू किया और उससे कई फ्लोर चपेट में आने का खतरा पैदा हो गया लेकिन फायर दस्ते ने पानी की तेज बैछारो से उसे रोका गया जबकि Nse भवन और बल्लभ भवन की ओर बड़ती आग को रोका गया लेकिन पुरानी बिल्डिंग के कई फ्लोर आग की चपेट में आ गए दूसरे और तीसरे फ्लोर पर आग भड़की उसके बाद यह आग पांचवें माले तक जा पहुंची जिससे उसमें रखे अहम दस्तावेज और फर्नीचर जलकर खाक हो गया, इस आग से काफी नुकसान होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
इस अग्निकांड में मंत्रालय भवन में मोजूद 5 कर्मचारी आग में घिर गए थे लेकिन पुलिस और प्रशासन ने उन्हें दमकल दस्ते के कर्मचारियों की मदद से बाहर निकाल लिया लेकिन उनमें शामिल आग से झुलसे एक कर्मचारी को इलाज के लिए जेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया हैं। बताया जाता है एसडीआरएफ के एक जवान की आंखों में भी चोट लगी है। उसे भी इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इससे पहले 11 जून 2023 को सतपुड़ा भवन में आग लगी थी इसके बाद 20 फरवरी 2024 को भी आग लगने की खबर आई थी, इस अग्निकांड पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा सरकार इस हादसे की जांच करायेगी। जबकि पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह ने आरोप लगाया है कि शिवराज सरकार के कार्यकाल में जो घोटाले हुए उसको छुपाने के लिए संबंधित दस्तावेजों में आग लगाकर उन्हें नष्ट किया गया है यह आग जानबूझकर लगाई गई हैं मेरी मांग है कि इसकी जांच होना चाहिए। जबकि नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार भी मौके पर पहुंच गए थे। उन्होंने भी बीजेपी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए है।