
ठाणे / महाराष्ट्र के बदलापुर में बीते माह 2 मासूम बच्चियों के साथ दुष्कर्म के आरोपी अक्षय शिंदे की पुलिस एनकाउंटर में मौत हो गई, बताया जाता है कस्टडी में जब पुलिस इसे जांच के लिए ले जा रही थी तभी अचानक आरोपी ने एक पुलिस कर्मी से रिवाल्वर छीनकर 3 राउंड फायरिंग की जिससे एक पुलिस अफसर घायल हो गया लेकिन जवाबी कार्यवाही में पुलिस ने भी उसपर गोली चलाई जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया और इलाज के दौरान अस्पताल में उसकी मौत हो गई। लेकिन इससे पहले आरोपी के खुदकुशी करने की खबरें आ रही थी।
अगस्त माह की 12 और 13 तारीख को बदलापुर के एक स्कूल में कार्यरत सफाईकर्मी अक्षय शिंदे ने स्कूल की 3 और 4 साल की केजी की बच्चियों का योन शोषण किया था, डरी हुईं बच्चियां स्कूल आने से कतरा रही थी जब परिजनों ने उनसे प्यार से पूछा तो पूरा मामला सामने आया उन्होंने बताया स्वीपर दादा ने उनके कपड़े खोलकर बेड टच किया। उसे बाद पुलिस ने आरोपी अक्षय शिंदे (23 साल) को गिरफ्तार किया था।
बताया जाता है घटना आज शाम 5 बजे की है जब पुलिस इस मामले की छानवीन के दौरान तफ्तीश के लिए अक्षय शिंदे को लेकर जा रही थी तभी उसने एक पुलिस अफसर की रिवाल्वर छीन ली और पुलिस वालों पर 3 राउंड फायरिंग की इस बीच पुलिस ने भी बचाव में उसपर गोलियां चलाई और उसे तीन गोलियां लगी पुलिस ने गंभीर स्थिति में तुरंत इसे अस्पताल में भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान मौत हो गई। इस घटना में एक पुलिस अफसर भी घायल हुआ हैं।
अब विपक्षी पार्टियां कांग्रेस और शिवसेना (उद्धव गुट) एकनाथ शिंदे सरकार पर हमलावर है उनका आरोप है कि पुलिस कस्टडी में एक आरोपी की मौत संदिग्ध है जिसकी जांच एसआईटी गठित कर की जानी चाहिए उन्हें संदेह है कि घटना किसी व्यक्ति को बचाने के लिए की गई है।
क्या हैं पूरी खबर, यह भी पढ़े…
बदलापुर के एक स्कूल में यह घटना 12 और 13 अगस्त को हुई जब स्कूल की 3 और 4 साल की दो बच्चियों का स्कूल के ही सफाई कर्मी ने बाथरूम में यौन शौषण किया। आरोपी ने परिवार को बताने पर दोनों बच्चियों को मार डालने की धमकी भी दी। उसके बाद डरी सहमी यह लड़कियां स्कूल जाने के नाम से ही कांप जाती, घरवालों ने जब यह देखा तो उन्हें शक हुआ उन्होंने बच्चियों से प्यार से जब पूछा तब मामले का खुलासा हुआ,उसके बाद 17 अगस्त को परिवार वाले पुलिस थाने पहुंचे और उन्होंने जब आरोपी के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराना चाही तो पुलिस ने टाल दिया पूरे 12 घंटे इंतजार के बाद जब आसपास के लोग इकट्ठा हुए और उन्होंने थाने का घेराव कर प्रदर्शन किया तब जाकर रिपोर्ट लिखी गई। बाद में पुलिस ने आरोपी सफाईकर्मी अक्षय शिंदे को गिरफ्तार कर लिया।
मासूम बच्चियों के साथ हुई इस घटना के बाद पूरे इलाके में हंगामा शुरू हो गया हजारों की संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और उन्होंने स्कूल को घेरा और वहां भारी पथराव और तोड़फोड़ की उसके बाद यह भीड़ रेल्वे स्टेशन पहुंच गई और वहां सुरक्षा के लिए मोजूद पुलिस बल से उनका टकराव हो गया और भीड़ के रूप में रेल्वे ट्रेक पर उन्होंने प्रदर्शन शुरू कर दिया जिससे कई रेलगाड़ियों को रोक दिया गया और रेल यातायात के व्यविधान पैदा हो गया उस दौरान भीड़ ने स्टेशन और पुलिस पर पथराव भी किया।
जनता का कहना था उन्हें न पुलिस पर विश्वास है न ही सरकार पर उन्हें आश्वासन नहीं तुरंत न्याय चाहिए और आरोपी को सिर्फ और सिर्फ फांसी दी जाएं यही उनकी मांग हैं।
इधर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने एफआईआर लिखने में देरी करने के कारण थाने की इंस्पेक्टर सुभद्रा शीतोले को हटा दिया इसके साथ ही स्कूल की प्रिंसीपल सहित एक टीचर और एक कर्मचारी को सस्पेंड कर दिया। बाद में पुलिस ने आरोपी स्वीपर अक्षय शिंदे (23 साल) को गिरफ्तार कर लिया। जो कुछ समय पहले ही स्कूल में सफाई कर्मी के रूप के नियुक्त हुआ था।