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मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का निधन
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शोक की लहर लंबे समय से थे अस्वस्थ्य
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प्रधानमंत्री मोदी सहित कई राजनेताओं ने जताया दुख
लखनऊ– मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालाजी टंडन नही रहे आज सुबह 5.45 बजे लखनऊ के मेदांता हॉस्पिटल में उन्होंने अंतिम सांस ली काफी दिनों से वे अस्वस्थ्य थे और उनका इलाज चल रहा था।
उनके सुपुत्र आशुतोष ने ट्वीट कर यह जानकारी दी श्री टंडन के निधन पर उत्तर प्रदेश में तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की गई है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अनेक राजनेताओं ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए उन्हें अपनी शोक श्रद्धांजलि अर्पित की हैं।
श्री टंडन को पहले बुखार और सांस लेने में तखलीफ़ की शिकायत हुई थी उंसके बाद उनका कोरोना टेस्ट भी कराया गया लेकिन रिपोर्ट निगेटिव आई इस दौरान उन्हें लखनऊ के मेदांता हॉस्पिटल में इलाज के लिये भर्ती कराया गया था लेकिन उसके बाद उन्हें लीवर और किडनी में परेशानी हुई और उनकी हालत में सुधार नहीं होने पर पिछले दिनों उनका ऑपरेशन हुआ था उंसके बाद तबियत ज्यादा खराब होने पर उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया था ।आज सुबह 5.45 बजे श्री टंडन का 85 वर्ष की उम्र में निधन हो गया।
आज सुबह 10 से 12 बजे तक उनकी पार्थिव देह को उनके लखनऊ निवास पर लोगों के दर्शनार्थ रखा जायेगा उंसके उपरांत 4 बजे गोमती नदी के घाट पर उनका अंतिम संस्कार होगा।उनके परिजनों ने कोरोना संकट चलते सभी से सोशल डिस्टेंसिंग के साथ अंतिम दर्शन के दौरान भीड़ नही लगाने का अनुरोध किया हैं।
मध्यप्रदेश के वर्तमान राज्यपाल लालजी टंडन का लखनऊ से खास रिश्ता था यही पले बड़े और शिक्षा पाने के बाद वे जनसेवा के लिये राजनीति में आये और पहले जनसंघ और बाद में भाजपा की उत्तर प्रदेश की राजनीति में श्री टंडन का विशेष प्रभाव रहा वे पूर्व प्रधानमंत्री और बीजेपी के पितृ पुरुष अटल बिहारी वाजपेयी से खास प्रभावित थे उनके निकट होने के साथ वे उनकी तरह की राजनीति के पक्षधर भी थे।
1960 से 2018 तक राजनीति में रहने के बाद वे पहले बिहार और वर्तमान में मध्यप्रदेश के राज्यपाल पद पर आसीन थे। उत्तर प्रदेश में तीन बार विधायक और 1997 में मंत्री रहे अटल बिहारी वाजपेयी के राजनीति से दूर होने के बाद वे लखनऊ से सांसद भी रहे।
उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताते हुए कहा कि लालजी टंडन को समाज की अथक सेवा के लिये याद किये जाते रहेंगे उत्तर प्रदेश में पार्टी को मजबूत बनाने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई,उनके परिजनों और शुभचिंतकों के प्रति में शोक संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।
बीएसपी प्रमुख मायावती ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि श्री टंडन एक मिलनसार सामाजिक और संस्कारी व्यक्तित्व के धनी थे जबकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा श्री टंडन उत्तर प्रदेश के प्रमुख नेता और लखनऊ की जान थे आज हमने एक लोकप्रिय जनसेवक प्रखर वक्ता और अच्छा नेता खो दिया।
गृह मंत्री अमित शाह ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि एक जनसेवक के रूप में श्री टंडन को हमेशा याद रखा जायेगा ओम शांति शांति । लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने उनके निधन पर शोक संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा उनके सभी दलों से मित्रवत संबंध थे और सभी उनका सम्मान करते थे उन्होंने देश और आमजन की सेवा में जीवन बिताया उनके निधन से आज राजनीति में शून्यता आ गई हैं।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने श्री टंडन के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उनके निधन से मैं बेहद आहत हूं। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा उनका निधन भाजपा के लिये अपूर्णनीय क्षति है।